भारत में वैसे तो कई तरह के पर्व और त्योहार मनाए जाते हैं, लेकिन रक्षाबंधन का अलग ही महत्व होता है। हर साल ये पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन बहनें भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनके सुखी जीवन की कामना करती हैं।

रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को और भी मजबूत कर देता है। राखी यूं तो कहने को रेशम की कच्ची डोर होती है, लेकिन यह भाई बहन के मजबूत रिश्ते की निशानी मानी जाती है। रक्षाबंधन के दिन राखी बंधवाने के बाद भाई अपनी बहन को उपहार देते हैं, लेकिन उपहार देते समय ध्यान रखना चाहिए कि आप कैसा उपहार दे रहे हैं। दरअसल कुछ वस्तुएं ऐसी होती हैं, जिन्हें उपहार में देना सही नहीं रहता है। चलिए जानते हैं रक्षाबंधन पर बहन को उपहार में क्या देना चाहिए और क्या नहीं...

 रक्षाबंधन पर बहन को दें ऐसे उपहार
रक्षाबंधन पर आप अपनी बहन को उपहार में शिक्षा की सामग्री, जैसे कोई डायरी, पैन, मोबाइल या लैपटॉप आदि चीजें दे सकते हैं। ज्योतिष में बुध को बहनों का कारक माना गया है। ऐसे में शिक्षा से संबंधित चीजें देना शुभ रहेगा।

 रक्षाबंधन पर बहन को उपहार स्वरूप उनकी पसंद के वस्त्र भी दे सकते हैं। वैसे भी महिलाओं को कपड़ों की शॉपिंग करना बहुत अच्छा लगता है। स्त्रियों में मां लक्ष्मी का वास माना जाता है और उन्हें खुशी देने से मां लक्ष्मी आपसे प्रसन्न होती हैं। लेकिन ध्यान रखें कि इस दिन काले और नीले रंग के कपड़े नहीं देने चाहिए।

 रक्षाबंधन पर आप अपनी बहन को तोहफे में कपड़े, आभूषण, किताबें, म्यूजिक सिस्टम या फिर सोने चांदी के सिक्के आदि तोहफे में दे सकते हैं। ये चीजें उपहार में देने से भाई बहन के रिश्ते में मजबूती आती है।

 रक्षाबंधन पर बहन को भूल से भी न दें ऐसे उपहार
कुछ लोग बहनों को रक्षाबंधन के अवसर में उनकी पसंदीदा चप्पल या फिर सेंडल उपहार में देते हैं, लेकिन जूते चप्पल देना सही नहीं माना जाता है। इसके अलावा किसी को भी उपहार में नुकीली और धारदार चीजें नहीं देना चाहिए।

 ज्योतिष शास्त्र और वास्तु में ऐसी चीजों को उपहार में देना अशुभ माना गया है। इसलिए रक्षाबंधन पर बहनों को भूलकर भी नुकीली चीजें जैसे मिक्सर ग्राइंडर, चाकुओं का सेट, आईना या फिर फोटो प्रेम आदि उपहार में नहीं देना चाहिए। इसके साथ ही रुमाल भी नहीं देना चाहिए। इससे रिश्तें में दूरी आती है।