ब्रसेल्स । नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन यानी नाटो ने शीत युद्ध के दौरान सोवियत संघ (अब रूस) के साथ की गई कोल्ड वॉर सिक्योरिटी ट्रीटी को सस्पेंड कर दिया है। नाटो ने यह फैसला दो वजह से किया। पहली- रूस ने इस ट्रीटी से अलग होने का ऐलान मंगलवार को किया। हालांकि, जून में ही वो साफ कर चुका था कि अब इस ट्रीटी का कोई मतलब नहीं है। दूसरी- अमेरिका और उसके सहयोगी नाटो देश यूक्रेन को सैन्य मदद दे रहे थे। इस ट्रीटी को मूल रूप से ‘कन्वेंशनल आम्र्ड फोर्स इन यूरोप’ कहा जाता है। इसमें आम्र्स कंट्रोल, ट्रांसपेरेंसी और रूल बेस्ड इंटरनेशनल लॉ फॉलो करना शामिल हैं।