वाशिंगटन । क्या एलियंस सच में होते हैं? तमाम दावों के बावजूद सवाल का सही जवाब आज भी किसी के पास नहीं है। धरती से लेकर अंतरिक्ष तक, वैज्ञानिक एलियंस से जुड़े सबूतों की तलाश कर रहे हैं। वैज्ञानिकों ने दुनियाभर से पृथ्वी के चारों तरफ सैटेलाइट्स का जाल बिछाने की अपील की है, ताकि यह साबित करे सके कि एलियंस सच में होते हैं। उनका मानना है कि ग्लोबल सेंसर कवरेज यूएफओ के बारे में जानकारी इकट्ठा करने का एकमात्र तरीका है। ब्लू मार्बल स्पेस इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस के वैज्ञानिक जैकब हक-मिसरा ने 'डिटेक्टरों के एक वैश्विक नेटवर्क' का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि अगर आप एक खास तरह के डेटा को समझना चाहते हैं, तब आपको उसे इकट्ठा करने वाले उपकरण के बारे में जानना होगा। इसके लिए आपको दुनियाभर में डिटेक्टरों का एक नेटवर्क स्थापित करने की जरूरत है।
इससे पहले भविष्यवक्ता ने दावा किया था कि एलियंस इंसानों की निगरानी कर रहे हैं क्योंकि हम लगातार उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगले पांच साल में एलियंस धरती पर आ सकते हैं। हाल ही मंगल ग्रह पर एक दरवाजे जैसी आकृति नजर आई थी जिसे लेकर कई तरह के अनुमान लगाए गए थे। यूरी गेलर ने कहा कि एक एलियन ने लेजर बीम से इस आकृति को उकेरा था। यूरी ने दावा किया कि उन्होंने अपनी दिमागी शक्तियों से एलियंस को ये सब करते हुए देखा है। यूरी ने कहा कि 'रिमोट व्यूइंग' के जरिए मैं अंतरिक्ष और समय के माध्यम से अपने दिमाग के जरिए एलियंस को ये सब करते देख सकता हूं। यूरी गैलर एक इजरायली-ब्रिटिश जादूगर हैं। उनका दावा है कि उनके पास अलौकिक दिमागी शक्तियां हैं। टीवी पर वह अपनी 'दिमागी शक्तियों' से चम्मच को मोड़कर पूरी दुनिया भर में मशहूर हुए थे।