वैशाख माह की पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा भी कहा जाता हैं. बताते है इसी दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था. इस दिन भगवान बुद्ध की पूजा करने के साथ कुछ चीजों का दान करने से पूर्वज प्रसन्न होते है. पितृ दोष से मुक्ति मिलती है.
मान्यताओं के अनुसार बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही भगवान बुद्ध को बोधगया में ज्ञान अर्जित हुआ था. इसलिए बुद्ध पूर्णिमा के दिन दुनियाभर से बौद्ध धर्म को मानने वाले लोग बोधगया पहुंचते हैं.बोधि वृक्ष की पूजा करते हैं.
शास्त्रों के अनुसार वैशाख पूर्णिमा के दिन गंगा नदी में स्‍नान करने का भी बड़ा महत्‍व है. यदि ऐसा संभव ना हो तो घर पर ही गंगाजल मिलाकर स्‍नान करें. इससे भगवान विष्‍णु की कृपा प्राप्त होगी. बुद्ध पुर्णिमा के दिन स्‍नान-दान के साथ भगवान विष्‍णु, मां लक्ष्‍मी और तुलसी की पूजा भी करना चाहिए. साथ ही भगवान बुद्ध की पूजा करके भोग लगाएं.
मध्य प्रदेश के खरगोन निवासी बताया की इस साल 23 मई 2024 गुरुवार को बुद्ध पूर्णिमा आ रही है.उस दिन दान जरूर करना बेहद लाभकारी माना जाता है.
इसके अलावा पूर्णिमा के दिन कुछ चीजों का दान करना पितरों के दिन की अपार कृपा दिलाता है. पितृ प्रसन्‍न होकर आशीर्वाद देते हैं. इसलिए बुद्ध पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्‍नान करें और जरूरतमंदों को दान करें.
ज्योतिषी बताते है की बुद्ध पूर्णिमा पर जरूरतमंदों को पंखा, जल से भरा मिट्टी का घड़ा, पीले कपड़े, चप्पल, छतरी, अनाज, फल इत्यादि का दान करना बहुत लाभ देता है. इससे पितृ भी प्रसन्‍न होते हैं. साथ ही देवी-देवता भी खुश होते है.