पाकिस्तान के खिलाफ खेली जाने वाली वनडे सीरीज से पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम मुश्किल में है। उसकी मुश्किल केन रिचर्डसन  के सीरीज से बाहर होने के चलते बढ़ गई है। दरअसल, रिचर्डसन के बाहर होने के बाद ऑस्ट्रेलिया का पेस अटैक अनुभवहीन हो गया है। पाकिस्तान के खिलाफ वनडे सीरीज में ऑस्ट्रेलिया अपने जिस पेस अटैक के साथ अब उतरने वाला है, वैसा अनुभवहीन अटैक उसका शायद ही पहले दिखा होगा। पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज की शुरुआत 29 मार्च से होने वाली है। 3 वनडे सीरीज के सभी मुकाबले लाहौर में ही खेले जाएंगे। केन रिचर्ड्सन को हैमस्ट्रिंग इंजरी हो गई है, जिसके चलते उन्हें इस सीरीज से बाहर होना पड़ा है। रिचर्डसन सोमवार को मेलबर्न में ट्रेनिंग करते हुए इंजरी हुई थी। उनकी जगह बाएं हाथ के गेंदबाज बेन ड्वारशुइस को वनडे और टी20 सीरीज के लिए टीम में शामिल किया गया है।

पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी टेस्ट मैच निपटते ही मिचेल स्टार्क, जोस हेजलवुड और पैट कमिंस ऑस्ट्रेलिया वापस लौट जाएंगे। ऐसे में केन रिचर्डसन ऑस्ट्रेलियाई पेस अटैक के सबसे अनुभवी सिपाहसलार थे। लेकिन, इंजरी के चलते वो भी अब टीम के साथ नहीं होंगे। और, जो तेज गेंदबाज रह गए हैं उनमें सबसे ज्यादा 11 वनडे का अनुभव जेसन बेहरनडॉर्फ के नाम है। वहीं सेन एबॉट ने अब तक 2 वनडे खेले हैं। जबकि नाथन एलिस और ड्वारशुइस को अभी डेब्यू ही करना है।

ऑस्ट्रेलिया के व्हाइट बॉल कप्तान एरॉन फिंच को पूरी उम्मीद है गेंदबाजों को ज्यादा से ज्यादा टी20 मुकाबले खेलने का फायदा मिलेगा। बेहरनडॉर्फ, एबॉट और एलिस के पास कुल मिलाकर 18 टी20 इंटरनेशनल का अनुभव है। इसके अलावा इनके पास आईपीएल अनुभव भी है। वहीं ड्वारशुइस के पास घरेलू क्रिकेट में 100 से ज्यादा टी20 मुकाबले खेलने का अनुभव है। फिंच के मुताबिक, इन खिलाड़ियों को इनके इसी अनुभव का फायदा पाकिस्तान के खिलाफ वनडे सीरीज में मिलता दिखेगा।