हैदराबाद । हैदराबाद हवाईअड्डे से राजधानी के बीचों-बीच का सफर यह नए आने वाले को भी बताएगा कि यहां राजनीतिक युद्ध चल रहा है और भाजपा का अगला निशाना तेलंगाना है। 2 जुलाई से लंबे अंतराल के बाद हैदराबाद में अपनी दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित करने का भाजपा का निर्णय के चंद्रशेखर राव (केसीआर) के नेतृत्व वाली टीआरएस के खिलाफ तेलंगाना में एक लड़ाई की घोषणा है। इसका असर पीएम मोदी की आगवनी में दिखेगा। केसीआर शनिवार को फिर प्रोटोकॉल तोड़ने वाले हैं।
इस सियासी युद्ध की तैयारियों के स्पष्ट संकेत हैं। हैदराबाद की सड़कों पर होर्डिंग्स लगे हैं, जो प्रतिस्पर्धी राजनीतिक दावों को आगे बढ़ा रहे हैं। भाजपा ने एक सूरजमुखी पर पंखुड़ी की तरह परिधि पर भगवा झंडे के साथ विशाल गोलाकार होर्डिंग लगाए हैं। केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हैं। होर्डिंग्स को रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सड़कों के किनारे और मेट्रो के खंभों के पास लगाया गया है, ताकि वे किसी की नजरों से छूट न जाएं। इसके बाद भी भगवा पार्टी की शिकायत है कि ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) की सीमा में विज्ञापन के लिए प्रयाप्त जगह नहीं मिले हैं। टीआरएस हमले का मुकाबला दुश्मनी से कर रही है। पीएम मोदी पर हमला करने वाले कई होर्डिंग हैं, जो दो दिवसीय बैठक के लिए शहर में लगाए गए हैं। उन्हें रणनीतिक रूप से उस मार्ग पर रखा गया है जहां से पीएम कार्यक्रम स्थल पर जाएंगे और हवाईअड्डे पर लौटना हैं। नोटबंदी से लेकर तीन कृषि बिलों और बेरोजगारी के खिलाफ किसानों के संघर्ष के अलग-अलग विषयों पर पीएम मोदी पर हमला किया गया है।
बैठक से एक दिन पहले पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रोड शो किया। रोड शो के लिए हवाई अड्डे से बाहर निकलते समय नड्डा ने  कहा, "हमारे नेता 119 विधानसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं और मतदाताओं का आकलन कर रहे हैं और उन्हें लामबंद कर रहे हैं।" बैठक से तीन दिन पहले पार्टी के 119 नेताओं को विस्तृत विवरण के साथ 119 विधानसभा क्षेत्रों में भेजा गया था। एक वरिष्ठ नेता जो दक्षिणी तेलंगाना विधानसभा सीट पर थे ने कहा, हमने वहां 49 उपयोगी घंटे बिताए। पार्टी की सांगठनिक तैयारियों का आकलन और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक में भाग लेने के लिए हैदराबाद आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव हवाई अड्डे पर अगवानी नहीं करने वाले हैं, हालांकि, पीएम मोदी के उसी हवाई अड्डे पर उतरने से कुछ घंटे पहले केसीआर बेगमपेट हवाई अड्डे पर विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की अगवानी करने पहुंचे।  केसीआर ने 18 जुलाई को होने वाले आगामी राष्ट्रपति चुनाव में सिन्हा को समर्थन देने की घोषणा की है।शनिवार को प्रधानमंत्री के आगमन के दौरान उनके स्वागत के लिए केवल एक टीआरएस मंत्री हवाई अड्डे पर मौजूद रहने वाले हैं। बता दें कि छह महीने में यह तीसरी बार है जब सीएम केसीआर प्रधानमंत्री की अगवानी करने के प्रोटोकॉल को छोड़ रहे हैं। इससे पहले जब पीएम मोदी इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) के 20 वें वार्षिक समारोह में भाग लेने के लिए तेलंगाना का दौरा किया तो उस समय भी केसीआर नहीं पहुंचे थे। फरवरी में भी केसीआर प्रधानमंत्री की हैदराबाद यात्रा के दौरान अनुपस्थित रहे थे।