बुरहानपुर ।  लोकायुक्त पुलिस इंदौर की टीम ने बुधवार दोपहर जिले के दो सरकारी विभागों में ट्रैप कार्रवाई की है। जिसमें कामन सर्विस सेंटर (सीएससी) के जिला प्रबंधक अंकित वर्मा को तीस हजार रुपये की रिश्वत लेते और आदिम जाति कल्याण विभाग के बाबू जयंत चौधरी को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेने गिरफ्तार किया गया है। लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल ने बताया कि जयंत चौधरी के खिलाफ अर्जुन पुत्र संतोष ने शिकायत की थी, कि एससी एसटी एक्ट के तहत उसे दो लाख रुपये की क्षतिपूर्ति राशि जारी की गई थी। इस राशि को प्राप्त करने के लिए जब भी जाता था बाबू उससे 15 हजार रुपये की मांग करता था। बुधवार को पांच हजार रुपये की पहली किस्त लेते समय लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।

आधार आइडी चालू करने के नाम पर मांगे थे 1.20 लाख

सीएसी के जिला प्रबंधक अंकित वर्मा के खिलाफ जियाउल हक खान ने शिकायत करते हुए लोकायुक्त को बताया था कि उसने आधार बनाने वाले दो आइडी के लिए आवेदन दिया था। यह आइडी चालू करने के बदले प्रत्येक आइडी के 60 हजार रुपये अंकित वर्मा ने मांगे थे। साथ ही आइडी चालू हो जाने के बाद हर माह दस हजार रुपये देने की मांग भी रखी गई थी। अंकित रिश्वत की राशि सीधे लेने की जगह अपने सहयोगी अशफाक शब्बीर मोहम्मद के माध्यम से लेता था। बुधवार को जैसे ही अशफाक ने पहली किस्त के 30 हजार रुपये लिए लोकायुक्त की टीम ने उसे दबोच लिया। अशफाक से टीम ने पूछा तो उसने अंकित वर्मा का नाम लिया। टीम ने रुपये देने के लिए जब अशफाक को अंकित के पास भेजा तो उसने यह राशि अपने पास रख ली। इसी समय लोकायुक्त टीम ने उसे दबोच लिया। लोकायुक्त पुलिस ने अशफाक काे भी सह आरोपित बनाया है। प्रकरण दर्ज करने के बाद सभी को जमानत पर रिहा कर दिया गया है।