वॉशिंगटन । ब्रह्मांड में होने वाली खगोलीय घटनाओं पर वैज्ञानिक सतत नजर रखे रहते हैं। ऐसा ही लाल ग्रह यानी मंगल हमेशा से आकर्षित करता रहा है। इंसान इस ग्रह पर जाकर जीवन की शुरुआत करना चाहता है। इसी बीच अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा की एक सैटेलाइट ने मंगल ग्रह की तस्वीर खींची है, जिससे एक रहस्यमय घटना सामने आई है। मंगल ग्रह पर ठंड का मौसम खत्म हो रहा है और बसंत का महीना आ रहा है। ऐसे में वहां सतह पर कई तरह के निशान देखने को मिले हैं। अब तक किए गए शोध के अनुसार, मंगल ग्रह पर चार ऋतुएं होती हैं। ये ऋतुएं पृथ्वी की तुलना में लगभग दोगुनी होती हैं। यहां बसंत 190 दिनों तक रहता है जो पृथ्वी का दोगुना है। फोटो में दिख रहा है कि मंगल की सतह पर सफेद दाग जैसे पैचवर्क हैं। कई बार इनसे काला और नीले रंग का धुंध भी निकलता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि मंगल की सतह पर ये बर्फ है। बर्फ अब मौसम में बदलाव के साथ गैस बन रही है।
एरिज़ोना यूनिवर्सिटी मंगल ग्रह की कक्षा में इस यान के ऑर्बिट को मैनेज करता है। यूनिवर्सिटी की ओर से कहा गया, ‘कई भुजाओं वाले ये पैच मिट्टी में जमे हुए बर्फ का परिणाम हैं जो अब अलग हो रही है। बसंत ऋतु आते ही इन भुजाओं में दरारें आने लगती हैं, क्योंकि पानी गैस बन रहा होता है। इस प्रक्रिया को सब्लिमेशन कहते हैं।’ टीम ने कहा कि सतह पर स्प्रे और ज़िग-ज़ैग बसंत आने के संकेतों में से एक हैं। अंतरिक्ष यान ने इसके अलावा लाइट टोन वाले आउटक्रॉप को भी कैप्चर किया है, जिनमें क्लोराइड जमा दिख रहे हैं। नासा की रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर के हाई रेजिल्यूशन कैमरे ने इन तस्वीरों को खींचा है। 2005 में इस ऑर्बिटर को मंगल के लिए लॉन्च किया गया था। ये सबसे बेहतर कैमरों में से एक है। इस ऑर्बिटर की ही मदद से भविष्य की लैंडिंग साइट के चुनाव में मदद मिलेगी।