तेहरान/काबुल । तालिबान और ईरान के बीच हेलमंद नदी के पानी को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। दोनों देशों के बीच सीमा पर गोलियां चल रही हैं जिनमें दो ईरानी और एक तालिबानी लड़ाके की मौत हो गई है। कोई भी पक्ष पीछे हटने को तैयार नहीं है। तालिबान के एक कमांडर हामिद खोरासानी ने कहा है कि अगर तालिबानी नेताओं ने हमें मंजूरी दी तो हम 24 घंटे के भीतर ईरान पर जीत हासिल कर लेंगे। ईरान-अफगान सीमा पर बरस रहीं गोलियां और ये धमकियां इशारा करती हैं कि आने वाले दिनों में दोनों पक्षों के बीच तनाव और बढ़ सकता है।
तालिबानी कमांडर और पक्तिया प्रांत के अहमदाबाद जिले के पूर्व तालिबान गवर्नर अब्दुल हामिद खोरासानी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है। वह कह रहा है कि तालिबान नेता हमें इजाजत देते हैं, तो हम ईरान पर जीत हासिल कर लेंगे। वहीं एक दूसरे वीडियो में दावा किया गया कि तालिबान ने निमरोज प्रांत में ईरानी बॉर्डर गार्ड्स के साथ झड़प के दौरान एक ईरानी चौकी पर कब्जा कर लिया है। इस महीने की शुरुआत में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने तालिबान को हेलमंद नदी पर ईरान के जल क्षेत्र के अधिकारों का उल्लंघन नहीं करने की चेतावनी दी थी। रईसी की टिप्पणी ईरान में पानी के बारे में लंबे समय से जारी चिंताओं पर सबसे तीखी टिप्पणी थी। 
हेलमंद नदी 1000 किमी से ज्यादा लंबी है और सीमा को पार करती हुई बहती है। अब यह नदी बिजली पैदा करने और कृषि भूमि की सिंचाई के लिए अफगानिस्तान की तरफ से बांधी जा रही है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, पिछले 30 वर्षों से ईरान में सूखा एक गंभीर संकट रहा है लेकिन पिछले एक दशक में यह समस्या और भी गंभीर हो गई है। ईरान मौसम विज्ञान संगठन का कहना है कि अनुमानित 97 प्रतिशत देश वर्तमान में किसी न किसी स्तर पर सूखे का सामना कर रहा है।