वाशिंगटन । अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के करीबी एरिक गार्सेटी भारत में अमेरिका के राजदूत होंगे। सीनेट ने उनके नामंकन की पुष्टि करते हुए करीब दो साल से खाली पड़े प्रमुख राजनयिक पद को भरने की राह साफ कर दी। सीनेट ने 42 के मुकाबले 52 मतों से उनके नामांकन की पुष्टि की। तीन डेमोक्रेटिक सदस्यों ने गार्सेटी का समर्थन नहीं किया। हालांकि, रिपब्लिकन पार्टी के सात सदस्यों ने उनका साथ दिया, जिससे उनके नामांकन की पुष्टि संभव हो पाई। सीनेट की विदेशी संबंधों से जुड़े मामलों की समिति ने पिछले सप्ताह गार्सेटी के नामांकन को आठ के मुकाबले 13 मतों से मंजूरी दी थी।
सीनेट इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्ष सीनेटर मार्क वार्नर ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच एक मजबूत संबंध है, जिसके रणनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक महत्व है। साझा मूल्यों पर स्थापित, बढ़ते आर्थिक एवं व्यापार संबंधों द्वारा समर्थित और यहां अमेरिका में भारतीय समुदाय द्वारा और मजबूत की गई यह साझेदारी भविष्य के लिए काफी मायने रखती है। वार्नर ने कहा कि सीनेट इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्ष के रूप में मुझे खुशी है कि अंतत: भारत में सीनेट द्वारा अधिकृत राजदूत होगा। गार्सेटी (52) लॉस एंजिलिस के पूर्व मेयर हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सबसे पहले उन्हें जुलाई 2021 में भारत में अमेरिकी राजदूत के पद के लिए नामित किया था।
हालांकि, बाइडेन के राष्ट्रपति कार्यकाल के शुरुआती दो वर्षों में गार्सेटी के नामांकन को इसलिए मंजूरी नहीं मिल सकी, क्योंकि कुछ सांसदों ने यह कहते हुए उनकी नियुक्ति का विरोध किया था कि वह मेयर रहने के दौरान अपने एक वरिष्ठ सलाहकार पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों से प्रभावी ढंग से निपटने में नाकाम रहे थे। बाइडेन ने इस साल जनवरी में गार्सेटी को दोबारा इस पद के लिए नामित किया था। भारत में अमेरिका के पिछले राजदूत केनेथ जस्टर ने जनवरी 2021 में अमेरिका में सत्ता परिवर्तन के बाद इस पद से इस्तीफा दे दिया था।