नई दिल्ली । केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मोदी सरकार ने अब तक लगभग 1.25 लाख करोड़ रुपये का काला धन बरामद किया है। इतना ही नहीं केंद्र ने 4600 करोड़ रुपये की आय से अधिक संपत्ति कुर्क की गई है। पूर्व प्रधानमंत्र राजीव गांधी की एक टिप्पणी को याद किया जहां उन्होंने कहा था कि गरीबों के कल्याण के लिए रखा गया एक रुपये का केवल 15 पैसा गरीबों तक पहुंचता था। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज 100 प्रतिशत राशि डीबीटी (डायरेक्ट बैंक) के माध्यम से लाभार्थियों तक पहुंचती है। 
तब पूर्व पीएम स्व.राजीव गांधी ने कहा था कि 85 प्रतिशत योजनाएं यूं ही चली जाती हैं लोगों तक नहीं पहुंचती हैं लेकिन आज 26 लाख करोड़ रुपये सीधे लोगों के खाते में स्थानांतरित किए गए हैं और बचत 2.25 लाख करोड़ रुपये के करीब है तब कल्पना कीजिए कि बहुत सारी बचत होनी है जिसका सीधा लाभ लोगों को मिला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुशासन मॉडल के बारे में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीएम की स्पष्ट दृष्टि है कि देश को शॉर्टकट राजनीति नहीं बल्कि सुशासन की ओर जाना चाहिए।
वैष्णव ने कहा कि पीएम ने यह सुनिश्चित करने के लिए एक डिजिटल ढांचा तैयार किया है कि सुशासन देश के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचे। सुशासन के कई आयाम हैं पहला डिजिटल आयाम 45 करोड़ जन धन खातों से डिजिटल तकनीक का उपयोग शुरू 135 करोड़ आधार प्राप्त करना एक बार जब यह संरचना अपने स्थान पर आ जाएगी तब लोगों के खाते में सीधा लाभ जाना शुरू हो जाएगा। उन्होंने डिजिटलीकरण के कारण सुशासन के अन्य आयामों को भी रेखांकित किया। वैष्णव ने कहा जहां कई देश अभी भी अपने टीकाकरण कार्यक्रम से जूझ रहे हैं वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने एक डिजिटल प्लेटफॉर्म- कोविन का उपयोग करके 216 करोड़ टीकाकरण पूरा कर लिया है।