छत्तीसगढ़ आंध्र प्रदेश बॉर्डर पर स्थित एक गांव में माओवादियों ने गला रेतकर एक युवक की हत्या कर दी है। हत्या करने के बाद शव के पास पर्चा भी फेंका है। नक्सलियों ने युवक पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाया और इसी आरोप के चलते उसे मौत की सजा दी है। शव का पोस्टमॉर्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। मामला चिंतुर थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर कोंटा से लगे बुर्कानकोटा गांव में वारदात हुई है। बताया जा रहा है कि, एक दिन पहले नक्सली इस गांव में पहुंचे थे। इस गांव के ही रहने वाले युवक सोयम सुबैया (40) को उसके घर से उठाया। फिर घर से कुछ दूरी पर जंगल की तरफ लेकर गए। जहां धारदार हथियार से युवक का गला रेत दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद माओवादियों ने शव को गांव में फेंक दिया था। जिसके बाद वे जंगल की तरफ लौट गए।

जांच में जुटी पुलिस
दरअसल, वारदात को अंजाम देने करीब 20 से 25 नक्सली सादी वेशभूषा में गांव पहुंचे थे। सभी के चेहरे पर नकाब था। हत्या करने के बाद शव के पास हाथ से लिखा एक पर्चा भी फेंका गया। हालांकि, अब पुलिस को इस पर्चे पर संदेह है। इसलिए पुलिस दूसरे एंगल से भी इस मामले की जांच करने में जुट गई है। अफसरों का कहना है कि, जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा।