खेल मंत्रालय ने टीम के मैनेजर के नाम पर विदेश की सैर बंद कर दी है। मंत्रालय ने सभी खेल संघों को स्पष्ट कर दिया है अब विदेश में होने वाले टूर्नामेंटों में सिर्फ पूर्व खिलाड़ी और तकनीकी अधिकारी ही जा सकेंगे। मंत्रालय ऐसे मैनेजरों का खर्च भी वहन करेगा।

खेल संघों की ओर से किसी को भी टीम के साथ मैनेजर बनाकर भेजने की घटनाओं के बाद खेल मंत्रालय ने मैनेजरों का खर्च उठाना बंद कर दिया था, लेकिन अब उसने नए नियमों के साथ टीम मैनेजरों का खर्च उठाना तय कर लिया है। हालांकि इसके लिए मंत्रालय ने ऐसे कड़े नियम बना दिए हैं जिससे कोई भी खेल संघ टीम के साथ खिलाड़ी पृष्ठभूमि के अलावा अन्य किसी को मैनेजर बनाकर नहीं भेज सकेगा। 

मंत्रालय ने स्पष्ट किया है टीम के साथ बतौर मैनेजर ऐसे मान्यता प्राप्त कोच या तकनीकि अधिकारी, पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी जा सकेंगे जिन्हें राष्ट्रीय स्तर पर टीम को संभालने का अनुभव हो। उन्हें अंग्रेजी का भी ज्ञान होना चाहिए।