लंदन । कोविड-19 के घातक वायरस के कुछ थमने के बाद एक बार फिर भारत समेत दुनिया के कई देशों में इसकी अपनी रफ्तार में इजाफा देखा जा रहा है। इस बीच ब्रिटेन से संक्रमण को लेकर एक राहत भरी खबर सामने आई है। ब्रिटेन में एक नए अध्ययन में पता चला है कि डेल्टा स्वरूप की तुलना में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन स्वरूप से दीर्घकालिक कोविड का खतरा होने की संभावना कम है। यह अनुंधान किंग्स कॉलेज लंदन के अनुसंधानकर्ताओं द्वारा किया गया। दीर्घकालिक कोविड को ब्रिटेन के नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर हेल्थ एंड केयर एक्सीलेंस (एनआईसीई) के दिशानिर्देशों द्वारा परिभाषित किया गया है जिसमें बीमारी की शुरुआत से चार सप्ताह या उससे अधिक समय तक नए या जारी लक्षण शामिल हैं।
अध्ययन के प्रमुख लेखक डॉ. क्लेयर स्टीव्स ने कहा, ‘ओमिक्रॉन स्वरूप से पिछले स्वरूपों की तुलना में दीर्घकालिक कोविड की काफी कम संभावना है, लेकिन फिर भी कोविड-19 से पीड़ित 23 लोगों में से एक में चार सप्ताह से अधिक समय तक लक्षण होते हैं।’ दीर्घकालिक कोविड के लक्षणों में थकान, सांस लेने में तकलीफ, एकाग्रता में कमी और जोड़ों का दर्द शामिल है। इनमें आंत की समस्याएं, अनिद्रा और दृष्टि में गिरावट सहित कई अन्य लक्षण भी मौजूद हो सकते हैं।