कुवैत सरकार ने सेना में महिलाओं की भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बीते साल 12 अक्टूबर को सरकार ने फैसला किया था कि देश की तीनों सेनाओं में महिलाओं को कमीशन दिया जाएगा। सरकार ने अब तक यह साफ नहीं किया है कि ये नॉन कॉम्बैट एडमिशन होगा या जंग के मोर्चे पर भी महिलाओं को तैनाती मिलेगी।

अब तक 13 हजार महिलाओं ने सेना में भर्ती के लिए एप्लीकेशन दी है। इनकी जांच की जा रही है। यूनवर्सिटी डिप्लोमा या ग्रेजुएशन इसके लिए एलिजबिलिटी रखी गई है। 18 से 26 साल की महिलाएं अप्लाई कर सकती हैं। सरकार के इस फैसले का कुछ लोग विरोध भी कर रहे हैं। इनका कहना है कि यह कुवैत के इस्लामिक कल्चर के खिलाफ है।
यह कदम सउदी अरब के ठीक वैसे ही फैसले के बाद उठाया गया है, जिसके तहत सेना में एक पोर्टल के जरिए महिला और पुरुष दोनों को रजिस्टर करने की मंजूरी दी गई थी। सउदी अरब की मिलेट्री में महिलाओं के लिए सोल्जर से लेकर सार्जेंट तक की रैंक देने की मंजूरी मिली हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक सउदी अरब में रॉयल सउदी अरब डिफेंस, रॉयल सउदी नेवी, आर्म फोर्सेज की मेडिकल सेवाओं और स्ट्रेटेजिक मिसाइल फोर्सेज में महिलाओं के शामिल करने के लिए कदम उठाए गए हैं।
इससे पहले कुबैत में साल 2005 में महिलाओं वोट देने का अधिकार मिला था। कुवैत की संसद और कैबिनेट दोनों में आज महिला प्रतिनिधित्व कर रही हैं। हालांकि यह माना जा रहा है कि खाड़ी देशों में महिला अधिकारों को लेकर अभी तमाम चुनौतियां मौजूद हैं।