ग्वालियर केंद्र सरकार ने बजट में आइटीआइ में ड्राेन शिक्षा शुरू करने की घाेषणा की है। साथ ही स्टार्टअप से भी जाेड़ने का ऐलान किया है। खास बात यह है कि केंद्र सरकार ने भले ही इसे अब बजट में स्थान दिया हाे, लेकिन केंद्रीय मंत्री ज्याेतिरादित्य सिंधिया इसकी अहमियत पहले ही समझ चुके थे। इसी वजह से देश का पहला ड्राेन मेला ग्वालियर के एमआइटीएस कालेज में लगाया गया था। साथ ही अब देश में ड्राेन शिक्षा देने वाला संस्थान भी ग्वालियर का एमआइटीएस कालेज हाेगा। इसके लिए एमआइटीएस का भाेपाल के राजीव गांधी प्राेद्याेगिकी संस्थान से अनुबंध भी हाे चुका है। ऐसे में बजट की घाेषणा का लाभ ग्वालियर काे भी मिलने के आसार हैं।

दरअसल आम बजट 2022 में ड्राेन काे स्टार्टअप से जाेड़ने, खेती में इसका उपयाेग करने एवं आइटीआइ में ड्राेन शिक्षा का पाठ्यक्रम शामिल करने की घाेषणा की गई है। इसके लिए अन्य प्रदेशाें काे तैयारी करना हाेगी या याेजना बनाना हाेगी, जबकि मध्यप्रदेश इसके लिए पहले से ही तैयार है। क्याेंकि केंद्रीय मंत्री ज्याेतिरादित्य सिंधिया ने 11 दिसंबर काे ग्वालियर के एमआइटीएस कालेज में आयाेजित ड्राेन मेले के शुभारंभ समाराेह के दाैरान मध्यप्रदेश के पांच जिलाें में ड्राेन स्कूल शुरू करने की घाेषणा कर दी थी। जिसके साथ ही प्रदेश में इसकी तैयारी भी शुरू हाे गई थी। ऐसे में मध्यप्रदेश इस मामले में दूसरे जिलाें से काफी आगे हैं। वहीं ग्वालियर में ताे एमआइटीएस कालेज ने भाेपाल के राजीव गांधी प्राेद्याेगिकी संस्थान के साथ हफ्ते भर पहले अनुबंध भी कर लिया है। ऐसे में ड्राेन शिक्षा का सर्टिफिकेट काेर्स अब जल्द ही यहां शुरू भी हाे जाएगा। ऐसे में साफ है कि बजट में हुई घाेषणा का पहला लाभ लेने वाला प्रदेश मध्यप्रदेश हाेगा।