कोलकाता । झारखंड प्रदेश कांग्रेस के तीन गिरफ्तार विधायकों इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप से कोलकाता सीआईडी की टीम पूछताछ कर रही है। सीआईडी कोलकाता की पूछताछ में अब तीन विधायकों से बढ़कर आधा दर्जन से अधिक विधायकों की खरीद-फरोख्त व सरकार गिराने की साजिश में शामिल होने की बात सामने आ रही है। ऐसे में कुछ नए विधायक जांच के दायरे में आ सकते हैं। जानकारी के मुताबिक, एक पूर्व प्रदेश अध्यक्ष समेत कई विधायकों ने असम व कोलकाता के एक मोबाइल नंबर पर 50 से अधिक बार बातचीत की थी। जांच के दायरे में सरकार के कांग्रेस कोटे के मंत्री के भी हैं। कोलकाता सीआईडी ने इस मामले की जांच के दौरान सादर स्ट्रीट स्थित एक होटल का सीसीटीवी फुटेज हासिल किया है। इस फुटेज में दिख रहा है कि शनिवार को होटल में तीनों विधायक एक कमरे में प्रवेश करते हैं। तकरीबन छह मिनट के बाद तीनों विधायक कमरे से बाहर निकलते दिख रहे हैं। बाद में तीनों विधायक होटल के बार में प्रवेश करते हैं। इसके बाद एक विधायक सेंट्रल कोलकाता के लिए स्कूटी से निकलते दिखे। कांग्रेस के तीनों विधायकों की गिरफ्तारी के बाद यह बात सामने आई है कि झारखंड कांग्रेस के विधायकों की सरकार गिराने की साजिश में शामिल होने व उनकी गतिविधियों से जुड़ी पूरी इनपुट झारखंड से ही बंगाल पुलिस के इंटेलिजेंस को दी गई थी। इसके बाद बंगाल पुलिस की इस संबंध में कार्रवाई की। हालांकि रिमांड पर पूछताछ के दौरान बरामद 49 लाख रुपए के स्रोत की जानकारी नहीं मिल पाई है झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के बाद राज्य के मंत्रिमंडल में फेरबदल हो सकता है। इसमें कांग्रेस कोटे के दो या तीन मंत्री बदल सकते हैं। पिछले सप्ताह कांग्रेस के झारखंड प्रभारी अविनाश पांडेय ने भी इसके संकेत दे दिये थे। उस समय पार्टी संगठन को तरजीह नहीं देने और राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग को आधार बताया जा रहा था। अब पार्टी के तीन विधायकों के भारी नगदी के साथ गिरफ्तारी और हो रहे खुलासे के बाद मंत्रियों पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है। सूत्रों की माने तो कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम को छोड़ अन्य मंत्रियों में से दो या फिर तीनों पर पार्टी एक्शन ले सकती है और उन्हें मंत्री पद से हटाया जा सकता है। कांग्रेस इन मंत्रियों के हटाने के साथ-साथ नए मंत्री बनाने के लिए भी नाम तय करने में जुटी है। कांग्रेस उहापोह में है कि किसे उनकी जगह दी जाए। पार्टी के दर्जन से से ज्यादा विधायकों के संलिप्तता की बात चर्चा में है। ऐसे में इसमें कांग्रेस के अनुभवी विधायक से लेकर नवनियुक्त विधायक पर भी दांव खेल सकती है। कांग्रेस की वैसी महिला विधायक जो पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल नहीं थी, उन्हें मंत्री बनने का मौका मिल सकता है। वहीं, पूरे मामले में पार्टी का साथ देने वाले और सरकार के करीबी कांग्रेस विधायक को भी मंत्री पद मिल सकता है।