पाकिस्तान एक गंभीर बिजली संकट से जूझ रहा है, जिसके परिणामस्वरूप 6,500 मेगावाट की बिजली की कमी के साथ-साथ लंबे समय तक लोड शेडिंग होती है, जो 12 घंटे तक चलती है। 26,000 मेगावाट की मांग के मुकाबले, पाकिस्तान में बिजली की आपूर्ति सिर्फ 19,500 मेगावाट हो पा रही है। आर्य न्यूज ने अनुसार, पाकिस्तान के ग्रामीण इलाकों में 12 घंटे तक बिजली कटौती की जा रही है। इसके अलावा, लाहौर इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी  की बिजली की कमी 8,00 मेगावाट तक पहुंच गई है। हालांकि बिजली की मांग 4,800 मेगावाट है, लेकिन बिजली की आपूर्ति 4,000 मेगावाट है।

पाकिस्तान में ईंधन की कमी और अन्य तकनीकी नुकसानों के कारण कई बिजली संयंत्रों के बंद होने से बिजली की कमी हो गई है, जिसके परिणामस्वरूप पाकिस्‍तान के कई इलाकों में ब‍िजली गुल हो गई है। इस बीच एक  अरब अमरीकी डालर के ऋण की किश्त जारी करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष  की मांगों का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली पाकिस्तानी सरकार ने लाभदायक सार्वजनिक स्वामित्व वाले डिस्को के निजीकरण के अलावा बिजली की कीमतों में 7 रुपये की बढ़ोतरी का फैसला किया है।