हैदराबाद । भारतीय जनता पार्टी देश में पार्टी के विस्तार के लिए दक्षिण भारत के तेंलगाना को सबसे उर्वरा राज्य मान रही है जिसके चलते उसकी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज शनिवार  से शुरू हो गई है। तीन जुलाई तक चलने वाली इस दो दिवसीय बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पूरे देश से 340 प्रतिनिधि भी हिस्सा लेंगे। बैठक शनिवार शाम चार बजे से शुरू होगी जिसमें पीएम मोदी भी हिस्सा लेंगे। भाजपा ने इसकी जानकारी दी है।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राजनीति में परिवारवाद का मुद्दा अहम रहने वाला है। पीएम मोदी भी कई मौकों पर राजनीति में परिवारवाद को लोकतंत्र के लिए खतरा बता चुके हैं। जयपुर में हुई पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मोदी ने कहा था कि परिवारवाद से प्रतिभाशाली युवाओं को अवसर नहीं मिल पाते हैं। भाजपा की नजरें तेलंगाना में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी हैं। अभी राज्य में टीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव की सरकार है। टीआरएस लगातार दो बार से यहां की सत्ता पर काबिज है। भाजपा की कोशिश टीआरएस को रोकने की होंगी। इस बैठक में भाजपा के कई दिग्गज नेता शामिल होंगे। साथ ही पीएम मोदी भी इसमें शामिल होंगे। बैठक के बाद मोदी हैदराबाद में बड़ी रैली को संबोधित भी करेंगे। ये जनसभा परेड ग्राउंड में होगी।
उधर, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से एक दिन पहले शुक्रवार को हैदराबाद में रोड शो कर शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान नड्डा ने भाजपा के तेलंगाना प्रदेश अध्यक्ष बंडी संजय, अभिनेत्री और पार्टी नेता विजयशांति और सांसद के. लक्ष्मण के साथ खुले वाहन पर खड़े होकर भाजपा कार्यकर्ताओं का अभिवादन किया। ढोल की थाप और संगीत के साथ मुख्य सड़क पर एक किमी तक रोड शो किया गया।
भाजपा इस बैठक के लिए हैदराबाद के चयन के पीछे भी खास वजह बताई जा रही है। बीजेपी दक्षिण भारत में अपनी मौजूदगी बढ़ाना चाहती है। तेलंगाना में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। लक्ष्य को लेकर चल रही है कि वह आगामी चुनाव में सत्ताधारी टीआरएस को उखाड़ फेंकेगी। बीजेपी महासचिव तरुण चुघ ने कहा है कि मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव को अपने दिन गिनने शुरू कर देने चाहिए। उन्हें जान लेना चाहिए कि पीएम मोदी की परेड ग्राउंड जनसभा के बाद उनके पास सत्ता में सिर्फ 520 दिन ही बचे हैं।
बीजेपी महासचिव ने जोर देकर कहा कि तेलंगाना में केसीआर की अगुआई वाली सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। केसीआर को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे 3 हजार दिन से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन वह अपने ऑफिस में 30 दिन से ज्यादा नहीं आए। अब इसका अंत होने का समय नजदीक आ गया है। बीजेपी इस बैठक को आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर लॉन्चिंग पैड की तरह इस्तेमाल कर रही है। पार्टी ने तेलंगाना के सभी 119 विधानसभा क्षेत्रों में अपने नेताओं को भेजा है, जो वहां जनता का मूड भांपकर फीडबैक देंगे।