नई दिल्ली । गोवा में कैफे को लेकर छिड़े विवाद पर केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद स्मृति ईरानी ने कांग्रेस और गांधी परिवार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता, गांधी परिवार के इशारे पर मेरी बेटी का चरित्र हनन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब वहां नहीं रुकने वालीं, वहां कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कोर्ट जाएंगी। केंद्रीय मंत्री ईरानी ने कहा, 18 वर्ष की मेरी बेटी जो राजनीति में नहीं है, कॉलेज की छात्रा है, कांग्रेस नेताओं ने उसकी छवि धूमिल करने की कोशिश की है। अब मैं कोर्ट जाऊंगी और एक-एक से हिसाब लूंगी। उन्होंने कहा, कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा और कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मेरी बेटी का नाम लिया है। मेरा सवाल है कि आरटीआई के जवाब में मेरी बेटी का नाम कहां है?' ईरानी ने कहा कि यह सब गांधी परिवार के निर्देश पर हुआ है। उन्होंने कहा, 'मैं 5,000 करोड़ रुपये की लूट के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर सवाल उठाती रहती हूं, इस कारण ये सब उन्हीं के निर्देशों पर हो रहा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अभी तक उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा में राहुल गांधी की हार को नहीं पचा पा रही है। उन्होंने कहा, 'मैं चुनौती देती हूं- राहुल गांधी को अमेठी में फिर से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने भेजिए, बीजेपी कार्यकर्ता के नाते उन्हें फिर से धूल चटाने का वादा करती हूं।'

केंद्रीय मंत्री की बेटी जोइश ने आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताया
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी जोइश ने गोवा के एक ‘‘अवैध बार में अपनी संलिप्तता के आरोपों को ‘‘निराधार’’ करार देकर कहा कि वह न तो रेस्तरां की मालकिन हैं और न इस चला रही हैं। जोइश ईरानी की ओर से उनके वकील कीरत नागरा ने बयान जारी करके अपनी मुवक्किल के खिलाफ आरोपों से इनकार कर कहा कि स्मृति ईरानी के राजनीतिक विरोधियों ने उनके खिलाफ "मनगढ़ंत" आरोप लगाए हैं, जिनका एकमात्र उद्देश्य राजनीतिक नेता की बेटी होने के कारण मुवक्किल (जोइश) को बदनाम करना है। मीडिया के एक वर्ग में आईं खबरों के बाद कांग्रेस ने आरोप लगाया कि ईरानी की बेटी गोवा में एक "अवैध बार चला रही हैं। कांग्रेस ने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को केंद्रीय मंत्री को बर्खास्त कर देना चाहिए। जोइश का बयान इन खबरों के बाद आया है।
कांग्रेस ने बहुत गंभीर मुद्दा’’ करार देकर बार को भेजे गए कथित ‘कारण बताओ नोटिस की प्रति भी साझा कर कहा कि अधिकारियों के कथित दबाव के बाद नोटिस देने वाले आबकारी अधिकारी का तबादला किया जा रहा है। जोइश के वकील ने हालांकि कहा कि उन्हें किसी भी प्राधिकरण से कोई नोटिस नहीं मिला है। वकील ने कहा, मेरी मुवक्किल 18 वर्षीय छात्रा और एक नवोदित शेफ हैं, जिन्होंने पाक कला सीखने के लिए विभिन्न रेस्तराओं में काम किया है और उनकी मां के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा उन्हें डराने की कोशिश की जा रही है। नागरा ने कहा, इन राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों ने हमारी मुवक्किल के खिलाफ विभिन्न प्रकार के निराधार एवं मनगढ़ंत आरोप लगाए हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है, कि वे लोग सिर्फ इसलिए दुष्प्रचार कर रहे हैं ताकि तथ्यों की जांच-परख किए बिना मुद्दाविहीन बात को सनसनी बनाकर पेश किया जा सके और वे मेरी मुवक्किल को सिर्फ इसलिए बदनाम करने पर आमादा हैं कि वह एक नेता की पुत्री हैं।"
उन्होंने कहा कि जोइश का रेस्तरां के प्रबंधन और अन्य मामलों पर कोई नियंत्रण या निगरानी नहीं है, यहां उनका सीमित मेलजोल सिली सोल्स कैफे के शेफ के साथ केवल इंटर्नशिप कार्यक्रम से जुड़ा था। नागरा ने कहा, "हमारी मुवक्किल न तो रेस्तरां की मालकिन हैं और न ही वह ‘सिली सोल्स गोवा’ नामक रेस्तरां का संचालन करती हैं।