मध्यप्रदेश के नक्शे पर अब दो शहर और चमचमाएंगे, इन शहरों का कायाकल्प होगा, बेहतर सुविधाएं होंगी, प्रशासनिक मशीनरी और भी मजबूत होगी, रोजगार के विकल्प खुलेंगे। कुल मिलाकर अब इन शहरों के लिए विकास के नए द्वार खुलेंगे। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मैहर और पांढुर्णा को जिला बनाए जाने की स्वीकृति दे दी है। इस घोषणा के बाद राज्य में कुल जिलों की संख्या 55 हो गई है। इससे पहले 15 अगस्त को मऊगंज की 53वें जिले के रूप में घोषणा की गई थी। मैहर को जिला बनाए जाने की घोषणा से ही जनता विंध्य क्षेत्र में उत्साह का माहौल है। जनप्रतिनिधियों द्वारा मैहर को जिला बनाए जाने की मांग लंबे समय से की जा रही थी। मैहर के साथ ही पांढुर्णा की भी राज्य के कुल राजस्व में एक बड़ी हिस्सेदारी है। नये जिले बनने से विंध्य क्षेत्र के विकास को तरक्की का नया आधार मिलेगा। 

विंध्य के आंचल में 2 नए जिले 

नये जिलों की घोषणा से विंध्य क्षेत्र के विकास की एक नई इबारत लिखी जाएगी। क्षेत्र की बसावट के आधार पर विकास परियोजनाओं और जनसुविधाओं के लिए बजट का आवंटन किया जा सकेगा। स्वास्थ्य, न्यायालय और मूलभूत सुविधाओं के साथ जिला संचालन के लिए अलग प्रशासनिक व्यवस्था भी उपलब्ध हो सकेगी। मैहर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के साथ ही यहां की जनता भी लंबे समय से एक अलग जिला बनाने की मांग कर रही थी, लोगों का कहना है कि यहां से भारी राजस्व मिलने के बाद भी क्षेत्र का विकास नहीं हो पा रहा था। लोगों को छोटे-मोटे काम कराने के लिए भी सतना जाना पड़ता था, जिससे समय और पैसे दोनों की बर्बादी होती थी। अब सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इन मांगों को मान लिया है। राजस्व विभाग ने भी दो नये जिलों के गठन को लेकर आदेश जारी कर दिया है। दो नये जिले बनने के बाद राज्य में कुल 55 जिले हो गए हैं।