ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने सोमवार को केरल के एक फाइनेंसर को गिरफ्तार किया है जिसने कथित तौर पर 1,000 लोगों से उनकी जमा राशि पर ऊंची दर पर वापसी का वादा कर उनसे करीब 240 करोड़ रुपये ठगे।

मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर हुई गिरफ्तारी

केचेरी एंटरप्राइजेज के मालिक वेणुगोपाल एस को एजेंसी द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अदालत की मंजूरी मिलने के बाद हिरासत में ले लिया है। वह पहले से ही केरल पुलिस-कोल्लम जिले के पुनालुर पुलिस स्टेशन की हिरासत में था।

ईडी के चार दिन के रिमांड पर भेजे गए

एजेंसी ने एक बयान में कहा कि अदालत ने वेणुगोपाल को ईडी के चार दिन के रिमांड पर भेज दिया है। जनता से 240 करोड़ रुपये की अवैध जमा राशि के संग्रह के संबंध में मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध की जांच की जा रही है। ईडी ने आरोप लगाया कि वेणुगोपाल ने जमाकर्ताओं से एकत्र की गई राशि का भुगतान नहीं करके "धोखा" किया।

उच्च रिटर्न का झूठा आश्वासन 

एजेंसी ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी ने आम जनता से जमा स्वीकार करते हुए हर साल 15-18 प्रतिशत से उच्च रिटर्न का आश्वासन दिया और उन्हें कहा कि केचेरी एंटरप्राइजेज को आरबीआई की मान्यता प्राप्त है।

उन्होंने जमाकर्ताओं को यह भी बताया कि उनके निवेश सुरक्षित हैं और उनके पास किसी भी समय अपना निवेश वापस लेने का विकल्प था और उनकी व्यावसायिक इकाई के पास राज्य और केंद्र सरकारों से सभी अनुमोदन थे।

1,000 से अधिक लोगों को धोखा मिला

ईडी ने कहा कि आखिरकार, केरल के दक्षिणी जिलों और उसके आसपास के क्षेत्र में इस घोटाले को अंजाम दिया गया और 1,000 से अधिक लोगों को धोखा मिला। ईडी ने कहा कि अपराध की आय और घोटाले में वेणुगोपाल की मदद करने वाले अन्य लाभार्थियों का पता लगाने के लिए जांच जारी है।