वॉशिंगटन: अमेरिकी सेना इन दिनों पायलटों की भारी कमी से जूझ रही है। इस कारण कई पायलटों का कार्यकाल बिना मंजूरी लिए जबरन बढ़ाया जा रहा है। कई पायलटों ने अपनी सर्विस को मनमाने तरीके से बढ़ाए जाने को लेकर शिकायत भी दर्ज कराई है। बताया जा रहा है कि कुछ पायलटों के कार्यकाल तीन साल तक के लिए बढ़ाया गया है। इस मुद्दे का खुलासा तब हुआ, जब कुछ एक्टिव ड्यूटी से रिटायर होने वाले पायलटों ने अपने कागजात जमा किए। तब उन्हें बताया गया कि उनकी सर्विस अभी काफी समय के लिए बची हुई है।
यूएस आर्मी ह्यूमन रिसोर्स कमांड के प्रमुख मेजर जनरल टॉम ड्रू ने समझाया कि यह गलती इसलिए हुई क्योंकि ह्यूमन रिसोर्सेज कमांड ने पायलटों की फाइलों में अतिरिक्त तीन साल की सेवा को शामिल किए बिना गलत तारीख डाल दी थी। अमेरिकी अधिकारियों का दावा है कि सेना युद्ध की तैयारी बनाए रखते हुए गलतियों को ठीक करने और सैनिकों को स्थिरता प्रदान करने के लिए काम कर रही है। दूसरी ओर, दर्जनों अमेरिकी सेना के पायलटों ने कांग्रेस को एक सामूहिक पत्र भेजकर सेना के अधिकारियों पर गुमराह करने का आरोप लगाया है।
पत्र में एक अधिकारी ने कहा कि उनका परिवार अमेरिकी सेना की इस गलती से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है, क्यों के नागरिक जीवन में खुद को ढालने की कोशिश कर रहे थे। अन्य पायलटों ने बताया कि वे अपने बिजनेस को शुरू करने और दूसरी आकर्षक नौकरियों को ज्वाइन करने की पूरी तैयारी कर चुके थे, लेकिन अंतिम समय उन्हें रिटायर करने से इनकार कर दिया गया। इस अनापेक्षित सेवा विस्तार से उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इसका असर उनके आर्थिक हालात और परिवार पर पड़ रहा है।
अमेरिकी सेना में भर्ती हुए पायलटों को एक स्पेशल बॉन्ड भरना होता है, जिसमें उनकी सर्विस के कार्यकाल का उल्लेख होता है। इसे ब्रांच ऑफ़ चॉइस एक्टिव-ड्यूटी सर्विस ऑब्लिगेशन (BRADSO) के रूप में जाना जाता है। 2015 के आसपास नियुक्त किए गए कई अधिकारियों का मानना था कि BRADSO उनके फ्लाइंग स्कूल ज्वाइन करने के साथ शुरू हो जाता है, जबकि वर्तमान नियम के अनुसार, उन्हें कुछ साल और अमेरिकी सेना में अपनी सेवा देनी होगी। इस बीच जनरल टॉम ड्रू ने कहा कि वे ऐसे हर एक मामले पर गंभीरता से ध्यान दे रहे हैं और जल्द ही इसका हल निकाल लिया जाएगा।