एम्स रैनसमवेयर अटैक लापरवाही नहीं बल्कि जानबूझकर किया गया षड्यंत्र
नई दिल्ली । केंद्र की मोदी सरकार ने कहा है कि एम्स रैनसमवेयर अटैक लापरवाही नहीं बल्कि जानबूझकर किया गया बड़ा षड्यंत्र है। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि यह डेटा ब्रीच नहीं बल्कि सिस्टम ब्रीच है। किसी ने जानबूझकर रैनसम अटैक किया है। उन्होंने कहा कि हम इसतरह के अटैक से बचने के लिए पूरे प्रयास कर रहे हैं। जो भी ऑटोनॉमस संस्थाएं हैं उन्हें एडवाइजरी भी जा रही है कि वहां गाइडलाइन को फॉलो करें।
आईटी राज्य मंत्री ने कहा कि कम्यूटर इमरजेंसी एडवांस टीम समस्या को सुलझाने में लगी है। इन्होंने पता लगा लिया है कि ये ब्रीच कैसे हुआ है और हम सरकार की तरफ से पूरी सहायता दे रहे हैं। मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि हम डिजिटल पर्सनल डेटा बिल ला रहे हैं। इस लेकर लोगों से सुझाव भी लिए जा रहे हैं। इसका मकसद ये है कि डेटा इकट्ठा करने वाले प्लेटफॉर्म पर नकेल कसा जा सके। अगर ये प्लेटफार्म डेटा ब्रीच करेगा तब 500 करोड़ रुपए तक उसपर पेनाल्टी लगेगी। चंद्रशेखर ने कहा कि इस बजट सत्र में इस बिल के आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि एक बार ब्रीच करने पर 500 करोड़ रुपए तक जुर्माना लगाया जा सकेगा और इस सरकार बढ़ा भी सकेगी। इससे लोगों के डेटा की सुरक्षा हो सकेगी।