वाशिंगटन । अगले साल (2024 में) होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव में जो बाइडेन को एक और चुनौती का सामना करना पड़ेगा। डेमोक्रेट पार्टी के सीनियर नेता और अमेरिका के प्रसिद्ध कैनेडी परिवार के सदस्य रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर भी चुनाव में डेमोक्रेट पार्टी से उम्मीदवार बनने की दावेदारी करने वाले हैं। रॉबर्ट जूनियर की पहचान अमेरिका में वैक्सीन विरोधी कार्यकर्ता के तौर पर है। 69 साल के रॉबर्ट के डेमोक्रेटिक पार्टी से दावेदारी करने पर बाइडेन को नुकसान उठाना पड़ सकता है। उनके अलावा डेमोक्रेट उम्मीदवार बनने की दौड़ में स्वंयसेवी लेखिका मैरिएन विलियमसन भी शामिल हैं। वैसे अमेरिका में नवंबर 2024 में चुनाव हैं, लेकिन इसके लिए पार्टियों में अंदरूनी इलेक्शन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सभी पार्टियों में फिलहाल आपसी चुनाव होगा। इसके बाद आखिर में हर पार्टी से एक प्रतिनिधि तय होगा। 
रॉबर्ट जूनियर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी के भतीजे और उनके मारे गए भाई रॉबर्ट एफ कैनेडी के बेटे हैं। वह किसी जमाने में बेस्टसेलिंग लेखक और पर्यावरण की हिमायत करने वाले वकील हुआ करते थे, जिन्होंने स्वच्छ पानी जैसे मुद्दों पर लंबा काम किया। हालांकि, 15 साल पहले वह निश्चय पर पहुंचे कि वैक्सीन सुरक्षित नहीं होती हैं। इसके बाद वह वैक्सीन विरोधी आंदोलन की अग्रणी आवाज बने। हालांकि, उनके काम को सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ-साथ उनके अपने परिवार के सदस्यों ने भी भ्रामक और खतरनाक बताया। 
कैनेडी लंबे समय से वैक्सीन-विरोधी आंदोलन में शामिल रहे। हालांकि कोरोना महामारी और कोरोना वैक्सीन के डेवलपमेंट के बाद उनकी कोशिशें और हो गईं। चैरिटी नियामकों के साथ की गई फाइलिंग के मुताबिक उनकी एंटी-वैक्सीन चैरिटी, चिल्ड्रन हेल्थ डिफेंस के पास 2020 में दोगुने से ज्यादा राजस्व के साथ 6.8 मिलियन डॉलर तक महामारी के दौरान समृद्धी हुई। विशेषज्ञों ने कहा है कि उनके संगठन ने उन समूहों पर झूठे दावों को टारगेट किया, जो टीके पर अविश्वास करने के लिए अधिक प्रवृत्त हो सकते हैं। जिसमें माताएं और अश्वेत अमेरिकी शामिल हैं, जिसके परिणामस्वरूप महामारी के दौरान मौतें हो सकती थीं। 
कैनेडी ने 2021 में एक पुस्तक जारी की, जिसका नाम था द रियल एंथोनी फाउसी। इसमें उन्होंने अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग चिकित्सक पर पश्चिमी लोकतंत्र के खिलाफ एक ऐतिहासिक तख्तापलट में सहायता करने का आरोप लगाया। उन्होंने आइवरमेक्टिन जैसे अप्रमाणित कोरोना की दवाइयों को निशाने पर लिया, जिसका उपयोग मुख्यत: परजीवियों का इलाज करने के लिए कहा जाता है। जॉन एफ कैनेडी अमेरिका के 35वें राष्ट्रपति थे। वे अमेरिका के इकलौते राष्ट्रपति रहे हैं, जिन्हें पुलित्जर अवॉर्ड मिला है। अपने चाहने वालों के बीच वो जैक केनेडी नाम से मशहूर थे। 9 मई 1917 को जन्मे केनेडी 43 साल की उम्र में 1961 में राष्ट्रपति बने, जबकि 22 नवंबर 1963 को राष्ट्रपति रहते हुए ही उनकी हत्या कर दी गई। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान उन्होंने जहाजों के कमांडर के तौर पर दक्षि‍ण प्रशांत इलाके में अपनी सेवाएं दी थी।