रायपुर । राजधानी में यूनियन बैंक की एक शाखा में हुए साढ़े पांच करोड़ के सिक्का घोटाले की जांच सीबीआइ के हाथों में जा सकती है। सूत्रों का कहना है कि सीबीआइ जांच में और भी तथ्य सामने आ सकते हैं। सीबीआइ को सौंपे जाने के पीछे वजह यह है कि तीन करोड़ से अधिक के घोटाले की जांच सीबीआइ करती है। पुलिस की जांच में अब तक कुछ भी हाथ नहीं लगा है और मुख्य आरोपित भी पकड़ से बाहर है। अभी बैंक की विजिलेंस टीम जांच कर रही है।प्रियदर्शिनी नगर स्थित यूनियन बैंक के शाखा प्रबंधक ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसमें जगन्नााथ नगर गुरु गोविंद सिंह वार्ड निवासी कैशियर किशन बघेल को दोषी बताया गया है।