नई दिल्ली। यहां देश में लोकसभा चुनाव 2024 के प्रथम चरण का मतदान हुआ है वहीं दूसरी तरफ दूरदर्शन के भगवा रंग में रंगे नए लोगो को लेकर सियासी विवाद भी गहरा गया है। दरअसल दूरदर्शन के नीले रग वाले लोगो को बदल कर नारंगी रंग का लोगो कर दिया गया है, जिस पर विवाद छिड़ा हुआ है। भाजपा सरकार के फैसले का बचाव करते हुए कह रही है कि जो रंग 1982 में इंदिरा गांधी द्वारा डीडी चैनल के लिए चुना गया था उसे ही बहाल किया गया है। वहीं दूसरी तरफ विपक्ष ने इसे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन बताया है। 
दूरर्शन का लोगो कलर चेंज होने के साथ ही खबर यह आ रही है कि यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनती है तो सूचना और प्रसारण मंत्रालय और प्रसार भारती में और भी अहम बदलाव देखने को मिल सकते हैं, जिसकी योजना तैयार कर ली गई है। सूत्रों की मानें तो दूरदर्शन को 15 देशों में ब्यूरो के साथ एक वैश्विक ब्रांड के तौर पर विस्तारित करने की योजना है। बताया जा रहा है कि प्रसार भारती के शब्द पोर्टल को विदेशी आउटलेट्स सहित एक हजार से ज्यादा मीडिया संस्थाओं को शामिल कर वैश्विक समाचार एजेंसी के तौर पर विकसित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त पीआईबी फैक्ट-चेक का विस्तार, एमआईबी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) हब, भारत नमन पोर्टल और भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) में मास्टर्स डिग्री कोर्स की शुरूआत करने की योजना पर भी कार्य किया जा रहा है। ऐसे में जबकि देश में आम चुनाव चल रहे हैं, दूरदर्शन के लोगो का रंग बदलने को विपक्ष ने आचार संहिता का उल्लंघन बताया है और इसी के साथ सियासी बहस छिड़ गई है।