अहमदाबाद | गुजरात पर खासकर सौराष्ट्र और कच्छ में बिपोरजॉय चक्रवात का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है| चक्रवात के रौद्र स्वरूप दो देखते हुए कांडला, पोरबंदर और ओखा बंदरगाहों पर 9 नंबर का सिग्नल लगा दिया गया है| दूसरी ओर मौसम विभाग ने कच्छ-सौराष्ट्र में 5 दिन के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है| ऑरेंज अलर्ट यानी भारी नुकसान दर्शाने का अलर्ट है| जब कभी खराब हवामान की संभावना होती है और जान-माल की हानि की आशंका हो तब ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है| ऑरेंज अलर्ट जारी करने के साथ ही लोगों को अपने घरों में रहने की सलाह दी गई है| चक्रवात के रौद्रस्वरूप धारण करने से गुजरात के सभी बंदरगाहों को खतरे के सिग्नल लगा दिए गए हैं| जिसमें कंडला, पोरबंदर, ओखा और मोरबी के नवलखी बंदरगाह पर 9 नंबर का सिग्नल लगाया गया है| संभावित चक्रवात को देखते हुए कच्छ  प्रशासन ने निचले इलाकों में रहनेवाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है| पोरबंदर और ओखा से 1250 से ज्यादा लोगों का स्थानांतरण कराया जा चुका है| देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, कच्छ, जूनागढ़ और जामनगर में एनडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गई हैं| जबकि एसडीआरएफ की 17 टीमों को स्टेन्डबाय रखा गया है| चक्रवात की स्थिति को लेकर गांधीनगर से लगातार मोनिटरिंग किया जा रहा है| फिलहाल बिपोरजॉय पोरबंदर से 320 किलोमीटर, देवभूमि द्वारका से 390, नलिया से 480 किलोमीटर दूर है| केन्द्र सरकार ने तटीय क्षेत्र में सभी प्रकार की पर्यटन गतिविधियां बंद करने का आदेश दिया है| चक्रवात से व्यापक नुकसान होने का भी अंदेशा जताया गया है| चक्रवात से बिजली, पेड़ और कच्चे मकानों को नुकसान होने की आशंका व्यक्त की गई है|