जबलपुर। मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के जिला अध्यक्ष अटल उपाध्याय ने पदोन्नति के नाम पर कर्मचारियों से किये जा रहे धोखे की कड़ी निंदा की है,पदोन्नति की आस में लाखों कर्मचारी रिटायर हो चुके है, संयुक्त मोर्चा जबलपुर साखा द्वारा जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि प्रदेश के लाखों कर्मचारियों को योग्यता होने के पश्चात भी पदोन्नत नहीं किया जा रहा है, राज्य सरकार द्वारा कर्मचारियों की पदोन्नति एवं प्रभार के अवसर उपलब्ध कराने हेतु ९ दिसंबर २०२० को वरिष्ठ अधिकारियों की समिति गठित कर १५ जनवरी २१ तक अनुशंसाएं देना थी उक्त समिति के उपरांत १३ सितंबर २०२१ को मंत्रिमंडल समूह की समिति गठित कर दी गई कर्मचारियों को पदोन्नति के अवसर उपलब्ध कराने के लिए दो समिति गठित होने के पश्चात भी कर्मचारियों को पदोन्नति एवं उच्च प्रभार के अवसर नहीं मिल पा रहे हैं इस कारण  कर्मचारी हतोत्साहित हो रहे हैं विगत २०१६ से पदोन्नति का मामला माननीय उच्चतम न्यायालय में लंबित होने के कारण पदोन्नति के अवसर बंद हैं इस लिए मध्य प्रदेश शासन के तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को पदोन्नति से वंचित रहते हुए सेवानिवृत्त होना पड़ रहा है  कर्मचारियों को समय पर पदोन्नति के अवसर उपलब्ध ना होने से उन्हें भारी  आर्थिक रूप से  हानि हो रही है। 
             अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के संरक्षक योगेन्द्र दुबे,जिलाध्यक्ष अटल उपाध्याय, मोर्चा में शामिल मान्यता प्राप्त कर्मचारी संघ (मध्यप्रदेश शिक्षक कॉंग्रेस) के विश्वदीप पटैरिया, (अजाक्स) योगेश चौधरी, (आई टी आई तकनीकी कम.संघ) प्रशांत सोधिया, (मप्र राज्य कर्मचारी संघ) नरेश शुक्ला, (मध्यप्रदेश कर्मचारी कॉंग्रेस) संतोष मिश्रा, (म.प्र.तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ) दुर्गेश पांडेय (म.प्र.स्वास्थ कर्मचारी संघ) संजय गुजराल, (मध्यप्रदेश लिपिक कर्मचारी संघ) मुकेश चतुवेर्दी, (मध्यप्रदेश लघुवेतन कम.संघ) रविदहायत, अजय दुबे (म.प्र.डिप्लोमा ई एसोसिएशन) देव दोनेरिया (सपाकस) प्रदीप पटैल (मप्र ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी संघ) एस के बांदिल (मध्यप्रदेश समयपाल महासंघ) मुकेश मरकाम, (मध्यप्रदेश वाहन चालक तकनीकी संघ) संतोष गौतम, योगेन्द्र मिश्रा, नरेन्द्र सेन, सतीश उपाध्याय, नेतराम झारिया, दालचंद पासी,चंदू जाऊ लकर, अर्जुन सोमवंसी, ने  राज्य शासन द्वारा गठित समिति की अनुशंसा शीघ्र जारी कर कर्मचारियों को पदोन्नति के अवसर उपलब्ध कराए जाने की माँग की है।