भोपाल । आईपीएल सीजन-16 में शहर के सट्टेबाज सट्टे की पिच पर जमकर चौके-छक्के लगा रहे हैं। पुलिस की सख्ती और कार्रवाई के बाद भी रोजाना करोड़ों रूपए दांव पर लग रहे हैं। जानकारों का कहना है कि पुलिस केवल छोटे सटोरियों पर कार्रवाई कर रही है, जबकि बड़े सटोरियों के ऊंचे रसूख के चलते पुलिस कार्रवाई में क्लीन बोल्ड हो रही है। यही वजह है-आईपीएल शुरू होने के 20 दिन बीत गए, पुलिस ने सट्टेबाजों पर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ कुछ कार्रवाई की हैं।
पुलिस के ही अंदर से खबर है कि शहर में हर रोज करोड़ों का दांव लग रहा है, लेकिन सट्टेबाजों के रसूख के आगे इन पर पुलिस हाथ डालने से बच रही है। कई तरह की चर्चा इसे लेकर महकमे में है। पिछले साल जिस अंदाज में क्राइम ब्रांच ने ताबड़तोड़ कार्रवाई कर आनलाइन सट्टे की कमर तोड़ी थी, उसकी तुलना में इस साल कार्रवाई ठंडी पड़ गई है। पुलिस से जुड़े सूत्र कहते हैं कि इसके पीछे राजनीतिक रसूखदारों का संरक्षण भी बड़ा कारण है। यह हाल तब है, जब आनलाइन गेंबलिंग को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सख्त हो गए हैं और इसके खिलाफ कानून लाने की बात कही है।
आईपीएल में हार-जीत का ऑनलाइन दांव लगा रहे नौ सटोरियों को भोपाल क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी आईडी खरीदकर सट्टा लगा रहे थे। आरोपियों के पास से 20 हजार रुपये और तीन मोबाइल जब्त किए गए हैं। इस मामले में अभी दो आरोपी फरार हैं। क्राइम ब्रांच की टीम ने कोलार और लालघाटी में अलग-अलग कार्रवाई की है। दोनों मामलों में कुल ग्यारह आरोपी बनाए गए हैं। एडीसीपी क्राइम ब्रांच शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि ललिता नगर के सिद्धार्थ टॉवर, कोलार की पार्किंग में आईपीएल का सट्टा बुक किए जाने सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी की तो वहां खुलेआम हार-जीत का दांव ऑनलाइन लगाया जा रहा था। पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपियों की शिनाख्त शाहनवाज खान, सलमान खान, हरिओम गुप्ता, नरेश गोस्वामी, छोटू खान और अमन बेग के रूप में हुई, जबकि दो आरोपी फरार हैं। इसी तरह क्राइम ब्रांच की दूसरी टीम ने लालघाटी के पास दबिश देकर तीन सटोरियों को पकड़ा है। आरोपियों की शिनाख्त भोपाल निवासी आदित्य, लतीश कुचलानी और नवीन फूलचंदानी के रूप में हुई है। आरोपियों के पास से पुलिस ने 20 हजार 500 नगदी, तीन मोबाइल फोन और मोबाइल से ऑनलाइन सट्टा बुक करने का लाखों का हिसाब जब्त किया है।
क्राइम ब्रांच के अनुसार कोलार में पकड़े गए सभी आरोपी मूलत: ग्वालियर के रहने वाले हैं। वे ग्वालियर से सट्टा बुक करने ही भोपाल आए थे। दोनों फरार आरोपी भी ग्वालियर के रहने वाले हैं। क्राइम ब्रांच पता करने में जुटी है कि किस बड़े सटोरिए के जरिए ये भोपाल में आकर सट्टा बुक कर रहे थे।