विमानन कंपनी गो फर्स्ट 23 विमानों के साथ 24 मई से अपनी उड़ानें शुरू कर सकती है। एयरलाइंस के पास 27 एयरक्राफ्ट हैं, जो 2 मई तक चल रहे थे। इसके पास दिल्ली एयरपोर्ट पर 51 व मुंबई एयरपोर्ट पर 37 डिपार्चर स्लॉट हैं।

गो फर्स्ट के अंतरिम समाधान पेशेवर अभिषेक लाल ने कंपनी के कर्मचारियों से कहा, वह जल्द-से-जल्द कारोबार को पटरी पर लाने के उपाय कर रहे हैं। कंपनी में सुधार के लिए पूंजी की जरूरत है। 

सूत्रों ने कहा कि जितनी जल्दी हो सके परिचालन फिर से शुरू करने की योजना है, लेकिन यह एक छोटे कार्यक्रम के साथ होगा। गो फर्स्ट ने सरकार के साथ बहाली योजनाओं पर चर्चा की है। कंसल्टेंसी फर्म अल्वारेज एंड मार्सल कंपनी की उड़ानों के लिए टिकट बुकिंग फिर से शुरू करने के लिए सरकार से संपर्क करेगी। इससे पहले गो फर्स्ट ने उड़ानें 19 मई तक रद्द कर दी है। 

दो अन्य कंपनियों ने भी फैसले को दी चुनौती

गो फर्स्ट की दिवालिया याचिका स्वीकार करने के राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के आदेश के खिलाफ लीज पर विमान देने वाली दो और कंपनियों जीवाई एविएशन व एसएफवी एयरक्राफ्ट होल्डिंग ने बृहस्पतिवार को एनसीएलएटी में याचिका दी है। जीवाई एविएशन 9 विमानों के साथ गो फर्स्ट को विमान लीज पर देने वाली सबसे बड़ी कंपनी है।

कर्ज एनपीए होंगे

बैंकों ने कहा, चालू तिमाही यानी अप्रैल-जून के बीच गो फर्स्ट के कर्ज को बुरे फंसे कर्ज यानी एनपीए में डाल दिया जाएगा। कंपनी पर 11,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज है। इसमें बैंकों की हिस्सेदारी 6,000 करोड़ रुपये से अधिक है।

विमानन कंपनी ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह दिवालिया प्रक्रिया में नहीं जा रही है। दिवालिया प्रक्रिया में जाने की खबरों को उसने अफवाह बताया।