इस्लामाबाद । आतंकियों को पनाह देने वाला पाकिस्तान खुद इनदिनों आतंकी गतिविधियों से जूझ रहा है। यह देखकर आतंकी हमले की आशंका के बीच इस्लामाबाद में हाई अलर्ट जारी किया गया है। एक मीडिया रिपोर्ट में बताया कि इस्लामाबाद के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) अकबर नासिर खान ने राजधानी में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए सुरक्षा को हाई अलर्ट पर रखने के सख्त आदेश जारी किए हैं।आईजीपी इस्लामाबाद ने सभी अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में उपस्थित रहने का निर्देश देकर अधिकारियों को ड्यूटी के संबंध में भी विभिन्न जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि ड्यूटी पर तैनात अधिकारी पूरे सुरक्षा उपकरणों से लैस हों और सरकारी व निजी गाड़ियों, एंबुलेंसों व संदिग्ध व्यक्तियों पर पैनी नजर रखें। नासिर ने कहा कि अपंजीकृत गाड़ियों/ मोटरसाइकिलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए
नासिर ने कहा कि शहर भर में पेशेवर भिखारियों और उनके सहायकों के खिलाफ चल रही कार्रवाई को तेज किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि रेड जोन और डिप्लोमैटिक एन्क्लेव की सुरक्षा को और सख्त बनाया जाए। नासिर ने आदेश दिया कि बिना पैटर्न वाली नंबर प्लेट और टिंटेड ग्लास वाली गाड़ियों के प्रवेश पर रोक लगा दे। आईजीपी ने कहा कि इस्लामाबाद कैपिटल पुलिस हमेशा नागरिकों के जीवन और संपत्ति की रक्षा के लिए लगी हुई है, और संघीय राजधानी इस्लामाबाद में कानून व्यवस्था बनाए रखना इस्लामाबाद कैपिटल पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है। यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ पीस (यूएसआईपी) की रिपोर्ट का हवाला देकर बताया कि पाकिस्तान के आर्थिक संकट और अफगानिस्तान में तालिबान के शासन के बीच प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) इस्लामाबाद के लिए संभावित खतरे के रूप में फिर से उभरा है। यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ पीस (यूएसआईपी) द्वारा वाशिंगटन में जारी रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है, पाकिस्तान के आर्थिक संकट और अफगानिस्तान में तालिबान के शासन के बीच, टीटीपी एक तेजी से शक्तिशाली खतरे के रूप में फिर से उभरा है। जिसे देखते हुए इस्लामाबाद में सुरक्षा को हाई अलर्ट पर रखने के सख्त आदेश जारी किए हैं।