जूनियर पुरुष हॉकी विश्वकप में भारतीय टीम को कांस्य पदक के मुकाबले में स्पेन के हाथों 1-3 से हार का सामना करना पड़ा। स्पेन की ओर से निकोलस अल्वारेज (25वां और 51वां मिनट) ने दो गोल किए। अन्य गोल पेटचैम (40वां मिनट) ने किया।

दो बार चैंपियन रह चुकी भारतीय टीम के लिए एकमाात्र गोल सुनील जोजो ने 28वें मिनट में पेनॉल्टी कॉर्नर पर किया। यह इस बार स्पेन के खिलाफ भारत की दूसरी हार रही। पूल चरण में यूरोप की इस टीम से भारत को 1-4 से हार मिली थी। पिछली बार 2021 में भुवनेश्वर में हुए टूर्नामेंट में भी भारत चौथे स्थान पर रहा था।

सीनियर भारतीय टीम भी हारी

वहीं, दूसरी तरफ सीनियर भारतीय पुरुष हॉकी टीम को स्पेन के वेलेंसिया में चल रहे पांच देशों के टूर्नामेंट के अपने दूसरे मैच में शनिवार को ओलंपिक चैंपियन बेल्जियम के खिलाफ 7-2 से हार का सामना करना पड़ा। भारत की ओर से अभिषेक और जुगराज सिंह ने दो गोल किए।

पहले क्वार्टर में बेल्जियम ने सेड्रिक चार्लियर (पहले मिनट), एलेक्जेंडर हेंड्रिक्स (10वें मिनट) और थिब्यू स्टॉकब्रोक्स (13वें मिनट) के गोल की बदौलत भारत को बैकफुट पर ला दिया। बेल्जियम ने दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में थिब्यू स्टॉकब्रोक्स (16वें मिनट) के एक और गोल की मदद से बढ़त को और मजबूत कर दिया। अभिषेक (18वें मिनट) ने भारत के लिए मैदानी गोल किया लेकिन इसके बाद टॉम बून (26वें मिनट) ने एक और गोल किया जिससे भारत 5-1 से पिछड़ गया।

दूसरे क्वार्टर की समाप्ति के करीब जुगराज सिंह (27वें मिनट) ने पेनल्टी कॉर्नर पर गोल दागकर स्कोर 5-2 कर दिया। तीसरे क्वार्टर में दोनों टीमों के एक-दूसरे पर लगातार दबाव बनाने के बावजूद कोई गोल नहीं हुआ। बून (46वें मिनट) ने चौथे क्वार्टर के शुरू में पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करके बेल्जियम को चार गोल से आगे कर दिया, लेकिन हेंड्रिक्स (53वें मिनट) ने इसके बाद एक और गोल दागा। भारतीय टीम अंतिम क्वार्टर में मिले दो पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने में नाकाम रही और मैच 7-2 से गंवा दिया। भारत का अगला मुकाबला 19 दिसंबर को जर्मनी से होगा।