वाशिंगटन। पीएम नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा ने दोनों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को और मजबूत किया है। उन्होंने कहा कि भारत अपना अनुभव और विशेषज्ञता साझा करने को तैयार है। मोदी का विजन वन अर्थ, वन हेल्थ है, और इसी भावना के साथ, भारत रेडियोथेरेपी ट्रीटमेंट और क्षमता निर्माण में सहयोग देने का भी आश्वासन दिया है। इस यात्रा ने न केवल भारत की बढ़ती वैश्विक उपस्थिति को दर्शाया, बल्कि सांस्कृतिक और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर सहयोग की नई संभावनाओं को भी उजागर किया है। यह घटनाक्रम दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग को और गहरा करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
इस यात्रा के दौरान, पीएम मोदी ने राष्ट्रपति जो बाइडेन को एक अनूठी भेंट 92.5 फीसदी चांदी से बनी एक ट्रेन मॉडल दी। इस मॉडल को महाराष्ट्र के कारीगरों ने तैयार किया है, जो भारतीय रेलवे की समृद्ध विरासत और कला कौशल का अद्भुत उदाहरण है। इस ट्रेन मॉडल में दिल्ली और डेलावेयर को जोड़ने वाले शिलालेखों के साथ-साथ अंग्रेजी और हिंदी में भारतीय रेलवे लिखा गया है। यह न केवल ऐतिहासिक महत्व का प्रतीक है, बल्कि दोनों देशों के बीच की गहरी मित्रता को भी दर्शाता है। यह भेंट भारत की कला और संस्कृति को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का एक प्रयास है।
पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान एक और महत्वपूर्ण घटनाक्रम देखने को मिला। राष्ट्रपति बाइडेन ने भारत को 297 प्राचीन वस्तुएं वापस कीं, जिससे 2014 से अब तक भारत को मिली कुल प्राचीन वस्तुओं की संख्या 640 हो गई है। अमेरिका द्वारा लौटाई गई 578 वस्तुएं भारत की सांस्कृतिक विरासत को संजोने में एक महत्वपूर्ण कदम है। 2021 में पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान भी 157 पुरावशेष सौंपे गए थे, जिसमें 12वीं शताब्दी की कांस्य नटराज प्रतिमा भी शामिल थी।
क्वाड सम्मेलन के पहले दिन, पीएम मोदी ने क्वाड कैंसर मूनशॉट पहल के तहत सैंपलिंग किट, डिटेक्शन किट और टीकों के लिए 7.5 मिलियन डॉलर के योगदान की भी घोषणा की।