भोपाल । सूर्य 25 मई की सुबह रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगा। इसके साथ ही नौतपा प्रारंभ हो जाएंगे जो 2 जून का समाप्त होंगे। इस दौरान सूर्य की लंबवत किरणें सीधे धरती पर पड़ती हैं। जिससे गर्मी में इजाफा होने लगता है। नौतपा के नौ दिनों को गर्मी का चरम माना जाता है लेकिन इस बार 30 मई को शुक्र के अपनी ही राशि वृषभ में अस्त होने के कारण गर्मी में कमी आ जाएगी। नौतपा के आखिरी दो दिन तेज हवा-आंधी चलने व बारिश होने के भी योग हैं। शुक्र रस प्रधान ग्रह है, इसलिए वह गर्मी से राहत भी दिलाएगा।
गौरतलब है कि सूर्य घूमते हुए मध्यभारत के ऊपर आ जाता है और जब यह कर्क रेखा के पास पहुंच जाता है तब यह 90 डिग्री की पोजिशन में होता है। जिससे किरणें सीधे पृथ्वी पर पड़ती हैं। इसी कारण तापमान बढ़ जाता है। जबकि ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक यह ज्योतिष का विषय है। सूर्य सिद्धांत में और श्रीमद्भागवत में भी इसका जिक्र है।
गुरु और शुक्र एक राशि में पडऩे पर तथा उस पर बुध की दृष्टि हो तो क्रूर ग्रहों की दृष्टि पडऩे पर भी अति वृष्टि का योग बनता है जिससे भूस्खलन और बाढ़ की स्थिति बनती है। जीव शुक्रौ यदा युक्तौ क्रूरेणापि विलोकितौ, बुध दृष्टौ महावृष्टि कुरुत: जलयोगत:। वस्तुत: इन ग्रहों से पानी का आकर्षण होता है। वर्षा समयानुकूल होने के योग बनते है, लेकिन देश में मध्यम या खण्ड वृष्टि के रूप में होगी। कहीं ज्यादा तो कहीं कम बारिश हो सकती है।
सूर्य 25 मई को सुबह 8 बजकर 16 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। जो 8 जून को सुबह 6 बजकर 40 मिनट तक इसी नक्षत्र में रहेंगे। नौतपा 25 मई से 2 जून तक रहेगा।