नई दिल्ली । देश की शीर्ष आतंकवाद-रोधी एजेंसी एनआईए  ने पश्चिम बंगाल के भूपतिनगर में लोगों पर हमला करने के आरोपों का खंडन किया है। भूपतिनगर में एनआईए की टीम एक विस्फोट मामले की जांच के लिए गई थी। दिसंबर 2022 में हुए इस विस्‍फोट में तीन लोगों की मौत हो गई थी। एनआईए ने एक बयान में कहा कि जब वे नरूआबिला गांव में तलाशी लेने के लिए गए तो उसकी टीम पर अनियंत्रित भीड़ ने हिंसक हमला किया। एनआईए ने कहा, हमला पूर्ण रूप से बिना किसी कारण और अनावश्यक था और एनआईए को उसके कानूनी कर्तव्यों को पूरा करने से रोकने की कोशिश था।
एनआईए ने कहा कि स्वतंत्र गवाहों की मौजूदगी में और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) द्वारा प्रदान किए गए सुरक्षा कवर के तहत पांच स्थानों पर तलाशी ली गई, जिसमें महिला कांस्टेबल भी शामिल थीं।
आखिरकार एनआईए ने पूर्वी मिदनापुर जिले में बम विस्फोट मामले में दो प्रमुख साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार किया। एनआईए ने कहा, सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया गया।
उन्‍होंने कहा कि बलाई चरण मैती और मनोब्रत जैना को गिरफ्तार करते वक्‍त एनआईए टीम पर हमले का उद्देश्य टीम को गिरफ्तारी की औपचारिकताएं पूरी करने के लिए भूपतिनगर पुलिस स्टेशन पहुंचने से रोकना था।