नोएडा । एक और जहां मी‎डिया से उकता गई सीमा हैदर को पु‎लिस रोज नए नए ‎ठिकाने पर रख रही है, वहीं अब जांच एजेंसी को जासूस होने का शक भी गहराता जा रहा है। गौरतलब है ‎कि पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर और सचिन तीन दिनों से पुलिस की निगरानी में अलग-अलग गुप्त स्थानों पर रह रहे हैं। इस दौरान दोनों ने किसी से कोई मुलाकात नहीं की है। सीमा के बच्चे इनके घर पर रिश्तेदारों की देखरेख में है। वहीं सीमा और सचिन के टूटे हुए मोबाइल के डाटा के साथ-साथ सीमा के वॉट्सऐप और अन्य चैट के डाटा भी दो दिनों में रिकवर होकर पुलिस और जांच एजेंसियों तक पहुंच जाएंगे। इस रिपोर्ट में सीमा का वॉट्सऐप चैट, वीडियो, फोटो के अलावा पाकिस्तानी कॉन्टेक्ट और अन्य दस्तावेज हो सकते हैं। बताया जा रहा है ‎कि एक फोन सचिन के पास से भी मिला था। वो भी टूटा था। उसकी रिपोर्ट भी मिलेगी। जांच एजेंसी को शुरुआती पूछताछ में सीमा ने पाकिस्तान के जो नंबर बताए थे, वो या तो गलत थे या फिर नहीं मिल रहे थे। इसी के बाद जांच एजेंसियों को सीमा पर पाकिस्तानी जासूस होने का शक गहराने लगा था। इधर पुलिस को पाकिस्तानी एंबेसी से रिपोर्ट आने का इंतजार भी है। 
पु‎लिस का कहना है ‎कि पाकिस्तानी सरकार सीमा को अपना नागरिक मानती है, तो आगे की प्रक्रिया करते हुए एंबेसी को सौंपा जाएगा। हालां‎कि कई एजेंसियों की जांच के चलते सीमा-सचिन को पुलिस सुरक्षा में ही रहना होगा। परिजनों व करीबियों की गतिविधियों पर भी कड़ी निगरानी रहेगी। किसी वक्त भी किसी से पूछताछ की जा सकती है। यहां सचिन के घर पर पुलिस बल तैनात है। लोगों की नजरों से बचाने के लिए हर रोज उनके रहने का स्थान बदल दिया जाता है। हालांकि दावा किया जा रहा है कि गुपचुप तरीके से देर-सबेर कुछ लोग अभी भी मुलाकात कर रहे हैं। उधर, बताया जाता है कि सीमा की तबीयत में अब सुधार है, लेकिन अब सीमा खुद मीडिया के सामने नहीं आना चाहती है।
‎मिली जानकारी के अनुसार सीमा बार-बार यही कह रही है कि अब बस करो, मैं थक चुकी हूं। हालां‎कि पुलिस ने सीमा का फर्जी आधार बनाने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, 24 जुलाई को थाना दादरी पुलिस इंटेलिजेंस की सूचना पर दादरी-बादलपुर बाईपास की तरफ जाने वाली फ्लाईओवर के पास से 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके नाम पवन कुमार (34) और पुष्पेन्द्र कुमार (24) हैं। दोनों आरोपी बुलंदशहर के रहने वाले हैं।