भोपाल । मध्यप्रदेश के दो संभागों के जिलों में बारिश होने की संभावना है। बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं। अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय तीन मौसम प्रणालियों के असर से रविवार को मौसम का मिजाज बदलने के आसार हैं। मौसम केंद्र के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में बादल छाएंगे और तेज रफ्तार से हवाएं चलेंगी। भोपाल संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। वहीं, इंदौर-उज्जैन संभाग के जिलों में वर्षा होने के साथ कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। शनिवार को प्रदेश में सबसे कम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस ग्वालियर में दर्ज किया गया, जो इस सीजन का सबसे कम तापमान रहा। राजधानी सहित 25 शहरों में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से कम रहा।
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी बीएस यादव ने बताया कि वर्तमान में एक तीव्र आवृति वाला पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और उसके आसपास बना हुआ है। दक्षिण-पूर्वी एवं उससे लगे दक्षिण-पश्चिमी अरब सागर में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर उत्तरी महाराष्ट्र तक एक द्रोणिका बनी हुई है। दक्षिण-पश्चिमी मप्र के शहरों में बादल छा सकते हैं। रविवार को इंदौर, भोपाल एवं उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा होने के आसार हैं। विशेषकर इंदौर, उज्जैन संभाग में कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है। भोपाल संभाग के जिलों में तेज हवाएं चलने के साथ ही गरज-चमक और बूंदाबांदी होने की संभावना है। सोमवार को भी मौसम का मिजाज इसी तरह बना रह सकता है। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के अनुसार, अरब सागर से महाराष्ट्र तक बनी द्रोणिका के प्रभाव से विपरीत दिशाओं की हवा (पूर्वी-पश्चिमी) के संयोजन की स्थिति बनने जा रही है।साथ ही हवाओं के साथ अरब सागर से नमी भी आने लगी है। इस वजह से रविवार से प्रदेश में मौसम के मिजाज में बदलाव के आसार हैं।