छत्तीसगढ़ : नवीन जिला मानपुर-मोहला-अंबागढ़ चौकी के ग्राम गट्टेगहन में  सुरक्षा बल के जवानों ने 20 किलो का टिफिन बम बरामद किया है। एसपी वाय अक्षय कुमार ने बताया कि सूचना पर DRG और ITBP की संयुक्त टीम सर्चिंग पर निकली थी, तभी जवानों की नजर एक तार पर पड़ी। इसके बाद उन्होंने वहां से 20 किलो का टिफिन बम बरामद किया। एसपी वाय अक्षय कुमार की निगरानी में बीडीएस राजनांदगांव की टीम ने बम को निष्क्रिय कर दिया है। सुरक्षाबल के जवान फिलहाल आसपास के जंगलों में सर्चिंग कर रहे हैं। अज्ञात नक्सलियों की तलाश की जा रही है।

एसपी वाय अक्षय कुमार ने बताया कि पास में ही एक निर्माणाधीन पुल को भी नक्सली लगातार उड़ाने की साजिश कर रहे हैं, लेकिन उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बैकफुट पर चल रहे नक्सली लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए घटनाओं को अंजाम देने की फिराक में रहते हैं, लेकिन सुरक्षाबल की नजर उनकी हर मूवमेंट पर है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार सुबह डीआरजी और ITBP की पार्टी कोहका के गट्टेगहन में एरिया डोमिनेशन के लिए निकली थी। इस दौरान बम स्पॉट किया गया।

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सली अधिकतर आईईडी या टिफिन बम का सहारा लेते हैं। नक्सली कभी पाइप बम तो कभी टिफिन बम और कभी स्टील कंटेनर में आईईडी लगाकर जवानों को अपना निशाना बनाते हैं। पिछले कुछ सालों से इन कैंपों में बम निरोधक दस्ता (BDS) की तैनाती के बाद नक्सलियों द्वारा प्लांट किए गए इन बमों को डिफ्यूज करने में काफी सफलता मिल रही है। इससे नक्सली मंसूबे नाकामयाब हो रहे हैं।

सितंबर 2022 में दंतेवाड़ा जिले के गीदम इलाके में तैनात सीआरपीएफ की 231 बटालियन के जवानों ने 10-10 किलो के दो आईईडी को बरामद कर डिफ्यूज किया था। कमारगुड़ा कैम्प से जगरगुंडा की ओर जाने वाले रास्ते में नक्सलियों ने दो बम लगा रखे थे, लेकिन जवानों की नजर एक तार पर पड़ गई थी, जिसके बाद साथ में मौजूद बीडीएस की टीम ने दोनों आईईडी को ढूंढकर निष्क्रिय कर दिया था।