कीव । यूक्रेन के ‎खिलाफ युद्ध में लड़ने वाले जवानों की भर्ती के ‎लिए रुस ने ‎विज्ञापन जारी ‎किया है, ‎जिसमें मौजूदा से आठ गुना सैलरी अ‎धिक देने का दावा ‎किया जा रहा है। गौरतलब है ‎कि जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो पूरी दुनिया को लगा था कि यह युद्ध ज्यादा नहीं चलेगा और जल्दी ही यूक्रेन घुटने टेक देगा। लेकिन यूक्रेन ने तमाम अनुमानों को धता बताते हुए घुटने टेकने से इनकार कर दिया। एक साल से ज्यादा वक्त गुजर चुका है लेकिन यूक्रेन ना सिर्फ युद्ध में बना हुआ है बल्कि वह रूस को धूल चटाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है। ऐसे में रूस के लिए यह युद्ध अब प्रतिष्ठा का प्रश्न बन चुका है, जिसके लिए वह कोई भी कीमत चुकाने के लिए राजी है।
हाल ही में कीव स्थित एक एनजीओ ने दावा किया है कि रूस में ऑनलाइन विज्ञापन जारी किए गए हैं। जिसमें व्लादिमीर पुतिन की सेना में शामिल होने के एवज में जिस वेतन का प्रस्ताव दिया जा रहा है वह रूस के औसत वेतन से करीब 8 गुना ज्यादा है। रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन युद्ध पीड़ित फाउंडेशन द्वारा जांचे गए डेटा से पता चला है नई भर्तियों के लिए भारी वेतन की पेशकश की जा रही है। खास बात यह है कि भर्ती होने के लिए इच्छुक लोगों की कोई कमी नहीं है। यह खबर तब आ रही है जब रूस में सैनिकों की संख्या को बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। इससे पहले भी क्रेमलिन ने कहा था कि उनका 3 लाख सैनिकों की भर्ती का अभियान पूरा हो चुका है। आपको बता दें कि रूस भारी सैन्य बल का नुकसान झेल रहा है, जिसके चलते व्लादीमिर पुतिन ने सितंबर माह में आंशिक रूप से लामबंदी की घोषणा भी की थी। 
रिपोर्ट बताती है कि अगर रूस के औसत वेतन की बात की जाए तो वह क्षेत्र के हिसाब अलग-अलग होता है, लेकिन फरवरी में राष्ट्रीय औसत करीब 63000 रूबल था। जब पूरी तरह से आक्रमण हुआ तो सीधे युद्ध की भर्तियों के लिए औसत वेतन बढ़कर 300,000 रूबल कर दिया गया था। ऐसे में जो ऑनलाइन विज्ञापन आ रहा है उसमें 400,000 रूबल मासिक वेतन के साथ-साथ 450,000 रूबल के एकमुश्त भुगतान की पेशकश की गई है।