भोपाल । राजधानी के निजी स्कूल खुल चुके हैं ।अभिभावक बस और वैन से बच्चों को स्कूल भेजने लगे हैं।राजधानी के ऐसे निजी स्कूल जिनकी अपनी बसें हैं।उनका समान दूरी के लिए अलग-अलग फीस निर्धारित की है। वहीं इस साल 30 से 40 प्रतिशत तक की बस किराया में वृद्धि की है।।अभिभावकों को बढ़ा हुआ बस किराया का रसीद भी दिया जाने लगा है।राजधानी का महर्षि विद्या मंदिर, सेंट जोसेफ को-एड, सागर पब्लिक स्कूल सहित अन्य स्कूलों ने बस का किराया बढ़ा दिया है।हालांकि स्कूल बसों का किराया तय हुए साढ़े तीन साल हो गए, लेकिन जिला प्रशासन अब तक लागू नहीं करा सका है।इस कारण वैन व बस संचालक मनमाना किराया वसूल रहे हैं।बता दें, कि फीस नियामक कानून 2020 में लागू होने के बाद स्कूल प्रशासन अपने मन से बस किराया में बढ़ोत्तरी नहीं कर सकते हैं, बल्कि बस किराया का निर्धारण स्कूल शिक्षा विभाग और परिवहन विभाग मिलकर करेंगे।
पालक महासंघ के महासचिव प्रबोध पंड्या ने सोमवार को कलेक्टर को पत्र लिखकर सभी निजी स्कूलों की बस फीस को एक समान तय करने की मांग की है।पत्र में लिखा है कि मप्र में फीस नियामक अधिनियम की धारा-6 के अनुसार स्कूलों की बस फीस का निर्धारण स्कूल शिक्षा और परिवहन विभाग के निर्देश से किया जाएगा, लेकिन विभाग द्वारा अब तक फीस निर्धारण नहीं किया गया।जिसके कारण निजी स्कूलों द्वारा बस किराया शुल्क में मनमानी कर रहे हैं।स्कूलों ने बस का किराया 30 से 40 प्रतिशत बढ़ा दिया है।