लुइसविली । केंटकी में एक न्यायाधीश ने गर्भपात पर प्रांत के लगभग पूर्ण प्रतिबंध पर अस्थायी रोक लगा दी, जिससे वहां प्रक्रिया के फिर से शुरू होने का रास्ता साफ हो गया। वहीं फ्लोरिडा में एक न्यायाधीश ने कहा कि वह उस प्रांत में 15 सप्ताह के गर्भपात प्रतिबंध को प्रभावी होने से रोकेंगे। केंटकी में इस फैसले से प्रांत के उस कानून पर रोक लग गई, जिसे देश के सर्वोच्च न्यायालय के गर्भपात संबंधी संघीय संवैधानिक सुरक्षा को समाप्त करने के फैसले के बाद लाया गया था। यह मामला देश भर की अदालतों में लड़ी जा रही कानूनी लड़ाई को दर्शाता है क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने यह तय करना प्रांतों पर छोड़ दिया कि गर्भपात उनकी सीमाओं के भीतर कानूनी है या नहीं। इसके बाद गर्भपात अधिकार समूहों को सुरक्षा के लिए प्रांतों के कानून की ओर रुख करना पड़ा।  फ्लोरिडा में न्यायाधीश जॉन सी. कूपर ने कहा कि वह 15-सप्ताह के गर्भपात प्रतिबंध को अस्थायी रूप से प्रभावी होने से रोकेंगे। न्यायाधीश ने यह बात तब कही जब प्रजनन स्वास्थ्य प्रदाताओं ने इसे अदालत में चुनौती दी और कहा कि प्रांत का कानून इस प्रक्रिया के लिए अधिकार की गारंटी देता है। कूपर ने कहा कि फ्लोरिडा का प्रतिबंध असंवैधानिक है क्योंकि यह फ्लोरिडा संविधान के निजता प्रावधान का उल्लंघन करता है।