अशोकनगर ।  एसडीएम विजय यादव ने ईसागढ़ ब्लाक के ग्राम जमुनिया प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। स्कूल चलो अभियान के पहले दिन स्कूल की हालत बहुत खराब मिली। दूसरी क्लास का छात्र पहली क्लास की किताब ठीक से नहीं पढ़ पाया। पूरे स्कूल में एक ही क्लास है और उसकी भी छत खराब है। स्कूल का भवन कुछ साल पहले बनकर तैयार हुआ है। उसके सभी दरवाजे लॉक हो चुके हैं और अंदर जलभराव और कीचड़ भराव से गंभीर गंदगी की स्थिति में है। इस मामले में एसडीएम ने जनपद सीईओ को फोन लगाकर एई से बिल्डिंग की वस्तु की स्थिति बताने के लिए निर्देशित किया। बच्चों से एसडीएम ने बात की उन्होंने बताया कि यहां काम कर रहे जय दुर्गे स्व सहायता समूह ने जनवरी से बच्चों को भोजन नहीं बांटा है। मौके पर भी किचन शेड में स्थाई ताला लगा हुआ मिला। सोमवार से प्रदेश में शासन के ने स्कूल चलें अभियान चालू किया है। एसडीएम ने तत्काल विकास खंड शिक्षा अधिकारी श्री राजकुमार रघुवंशी और जनपद सीईओ आलोक इटोरिया को समूह को हटा कर शाला प्रबंधन समिति को भोजन बांटने के निर्देश दिए।

अगरई स्कूल में भी मिले मात्र 6 बच्चें

एसडीएम और बीईओ इस स्कूल के निरीक्षण के बाद ग्राम अगरई पहुंचे, जहां आंगनवाड़ी और स्कूल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्राथमिक विद्यालय में मात्र 6 बच्चे और आंगनवाड़ी में मात्र 4 बच्चे मिले। स्कूली बच्चों ने बताया कि मीनू के अनुसार भोजन नहीं मिल रहा है। बच्चों ने बताया कि मात्र दो रोटी ही दी जाती है।

अभियान के दिन भी पतली आलू की सब्जी बांटी

एक तरफ स्कूल चलों अभियान के पहले दिन ही जिले में मध्यान्ह भोजन वितरण की पोल खुल गई। स्कूल चलो अभियान के पहले दिन स्कूल में पतली आलू की सब्जी और मात्र दो रोटी ही बच्चों को दी गई। विशिष्ट भोजन का कोई तो अता पता ही नहीं था। बच्चों का शैक्षणिक स्तर बहुत कमजोर मिला। पांचवी की बच्ची हिंदी वर्णमाला को नहीं बता सकी।