नई दिल्ली । बीते सप्ताह भारतीय तेल-तिलहन बाजारों में कारोबार का मिलाजुला रुख रहा। एक ओर जहां मूंगफली और बिनौला तेल कीमतों में सुधार दर्ज हुआ, वहीं सरसों एवं सोयाबीन तेल-तिलहन, कच्चा पामतेल (सीपीओ) और पामोलीन तेल कीमतें गिरावट के साथ बंद हुईं। सूत्रों ने कहा कि बीते सप्ताह सहकारी संस्था नेफेड ने सरसों की बिकवाली करने के मकसद से निविदा मंगाई थी, जिसके बाद सरसों तेल-तिलहन के भाव टूटने लगे। हालांकि बाद में कमजोर बोलियों को देखते हुए नेफेड ने बिक्री गतिविधि को रोक दिया लेकिन इस स्थिति ने सरसों तेल-तिलहन के दाम को प्रभावित किया। वैसे देखें तो खुदरा में सरसों का भाव 110-115 रुपए लीटर से अधिक नहीं होना चाहिये, पर यह तेल 140-150 रुपए लीटर के भाव बिक रहा है। सरसों तिलहन का बाजार भाव अब भी भारी दबाव में है और इसका दाम न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से सात-आठ प्रतिशत नीचे लगाया जा रहा है। पिछले सप्ताहांत के मुकाबले बीते सप्ताह सरसों दाने का थोक भाव 125 रुपए घटकर 5,475-5,525 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सरसों दादरी तेल का भाव 350 रुपए घटकर 10,000 रुपए प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सरसों पक्की और कच्ची घानी तेल का भाव क्रमश: 50-50 रुपए की हानि के साथ 1,710-1,805 रुपए और 1,710-1,820 रुपए टिन (15 किलो) पर बंद हुआ। समीक्षाधीन सप्ताह में सोयाबीन दाने और लूज का भाव क्रमश: 135 रुपए और 130 रुपए की गिरावट के साथ क्रमश: 4,970-5,065 रुपए प्रति क्विंटल और 4,720-4,835 रुपए प्रति क्विंटल पर बंद हुआ।
सोयाबीन दिल्ली, सोयाबीन इंदौर और सोयाबीन डीगम तेल के दाम क्रमश: 250 रुपए, 300 रुपए और 200 रुपए की गिरावट के साथ क्रमश: 9,550 रुपए, 9,450 रुपए और 7,900 रुपए प्रति क्विंटल पर बंद हुए। समीक्षाधीन सप्ताह में अच्छी गुणवत्ता के माल की कमी की वजह से मूंगफली तिलहन, मूंगफली गुजरात और मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड के भाव भी क्रमश: 125 रुपए, 305 रुपए और 35 रुपए सुधरकर क्रमश: 7,565-7,615 रुपए, 18,225 रुपए और 2,665-2,950 रुपए प्रति टिन पर बंद हुए। आयात लागत से कम दाम में बंदरगाहों पर बिकवाली होने के कारण समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान कच्चे पाम तेल (सीपीओ) का भाव 325 रुपए की हानि के साथ 7,600 रुपए प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। पामोलीन दिल्ली का भाव 305 रुपए घटकर 8,850 रुपए प्रति क्विंटल तथा पामोलीन एक्स कांडला का भाव 275 रुपए की हानि के साथ 8,000 रुपए प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सूरजमुखी तेल का आयात कम होने से बिनौला तेल का भाव 25 रुपए के सुधार के साथ 8,500 रुपए प्रति क्विंटल पर बंद हुआ।