रतलाम/नामली ।   जिले के दो अलग-अलग गांवों में 20 घंटे के भीतर दो लोगों की हत्या कर दी गई। बिलपांक थाने के ग्राम खेड़ी पिपलौदी में रविवार रात करीब 11 बजे एक युवक ने अपने दूर के रिश्ते के काका की लाठी से पीटकर हत्या कर दी। वहीं नामली थाना क्षेत्र के ग्राम पंचेड़ सोमवार शाम करीब 6.30 बजे एक युवक की बीच चौराहे पर हत्या कर दी गई। इससे गांव में तनावपूर्ण माहौल हो गया और भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा। पुलिस ने तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है।

धारदार हथियार से किया हमला

जानकारी के अनुसार 23 वर्षीय आबिद मंसूरी का विवाह तीन माह पहले हुआ था। वह सोमवार शाम पत्नी का लाड़ली बहना योजना का फार्म भरने चौराहे के पास स्थित आनलाइन सेंटर पर जा रहा था। तभी कुछ लोगों ने घेरकर उस पर धारदार हथियार से हमला कर अनेक वार किए, वह चिल्लाता रहा, लेकिन कोई बचाने नहीं आया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्‍या की खबर फैलते ही भीड़ जमा हो गई। गांव की दुकानें व बाजार बंद हो गए।

हमलावरों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग

एसपी से मृतक आबिद के स्वजनों ने आरोपितों की गिरफ्तारी होने पर ही अंतिम संस्कार करने की बात कही। एसपी ने आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। देररात तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया था कि उसकी हत्या क्यों और किन लोगों ने की। पुलिस कई एंगल से जांच कर रही है। एसडीओपी अभिलाष भलावी ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे चेक किए जा रहे हैं। हत्या का कारण और आरोपितों का पता लगाया जा रहा है।

छह से सात थे हमलावर

मृतक के स्वजनों का कहना है कि आबिद पर छह से सात लोगों ने हमला किया है। पिता सुल्तान मंसूरी ने बताया कि उनके तीन पुत्रों में आबिद सबसे बड़ा था और मजदूरी करता था। शाम को घर से लाड़ली बहना योजना का फार्म लेने निकला था, दस मिनट बाद सूचना आई कि आबिद पर हमला किया गया है, वह घायल पड़ा है।

तीन माह पहले ही बरी हुआ था

मृतक आबिद पर आरोप था कि उसने 16 मई 2020 को करीब सात वर्षीय बालक के साथ अप्राकृतिक कृत्य करने का प्रयास किया था। मामले में नामली पुलिस ने उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था। वह करीब तीन माह पहले ही उक्त प्रकरण में बरी हुआ था।

भतीजे ने लाठी से की पीट-पीट कर की काका की हत्या

रतलाम के ग्राम खेड़ा पिपलौदी में एक युवक ने आपसी विवाद में अपने काका की लाठी से पीट-पीट कर हत्या कर दी। पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया है।

जानकारी के अनुसार गोबा वसुनिया अपने घर पर अकेले रहते थे। रविवार रात करीब 11 बजे गोबा वसुनिया के दूर के रिश्ते में लगने वाला उनका भतीजा आरोपित कालू वसुनिया गोबा के घर पहुंचा और विवाद करने लगा। इस दौरान कालू ने गोबा वसुनिया पर लाठी से हमला बोल दिया। इससे गोबा के सिर से खून निकलने लगा और कुछ देर में वह अचैत हो होकर गिर गया। कालू ने उन्हें जमीन से उठाकर पलंग पर लेटा दिया और भाग निकला। आसपास के लोगों ने कुछ देर बाद गोबा वसुनिया को घायल अवस्था में पड़ा देखा तो उनके पुत्र रामसिंह वसुनिया को सूचना दी। मौके पर पहुंचकर रामसिंह अन्य लोगों की मदद से पिता गोबा को जिला अस्पताल ले गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने कालू वसुनिया के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर उसे राउंडअप कर लिया गया है।