जम्मू । जम्मू-कश्मीर में चल रहे विकास कार्यों के कारण केंद्र शासित प्रदेश के सूरत ए हाल में काफी बदलाव आया ही है साथ ही संघर्षविराम के कारण पाकिस्तान की ओर से अब गोलाबारी नहीं होती, जिससे सीमा से सटे गांवों के लोगों की जिंदगी भी शांति के साथ गुजर रही है। भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम के दो साल होने वाले हैं। इसके बाद सीमा से सटे गांवों में रहने वाले लोग उस समय को याद करते हैं, जब आए दिन होने वाली गोलाबारी के चलते जानमाल का खतरा बना रहता था और अक्सर बंकरों में पनाह लेकर अपनी जान बचानी पड़ती थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि मोदी सरकार के चलते उनकी जिंदगी में बड़े बदलाव आए हैं, और अब पहली बार खुशहाल जिंदगी जी पा रहे हैं।बता दें कि संघर्षविराम के कारण जम्मू में सीमा के नजदीक खेतों में किसान बिना किसी भय के कटाई कर पा रहे हैं। भारत-पाकिस्तान सीमा पर संघर्षविराम के कारण बनी शांति के बीच हाल में अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे इलाके में गेहूं की कटाई शुरू हुई थी।