भोपाल ।  मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती ने ट्वीट कर कहा, 21 जनवरी को सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ हुई मेरी मुलाकात में स्वयं सीएम ने मुझे बताया था कि 31 जनवरी को नई शराब नीति की घोषणा करेंगे क्योंकि यही नियम है। आज 31 जनवरी है, अब शायद ही आज कैबिनेट हो और शराब नीति घोषित हो यदि जनहित, महिलाओं की सुरक्षा, नौजवानों का भविष्य, उसको ध्यान में रखकर यह तारीख आगे बढ़ाई गई है तो यह बहुत स्वागत योग्य है। उन्होंने लिखा लेकिन मुझे तो चिंता तब तक लगी रहेगी जब तक नीति सामने नहीं आ जाएगी क्योंकि मध्य प्रदेश में भय, असुरक्षा, बीमारियां सबका कारण मुख्य रूप से शराब बनती जा रही है। मैं एक अच्छे समाचार की प्रतीक्षा में हूं। उमा भारती ने आज पद्म विभूषण से सम्मानित संत श्री रामभद्राचार्य से मुलाकात की। उन्होंने इसके बाद ट्वीट कर लिखा, मैं 30 साल से उनके आशीर्वाद की छत्रछाया में हूं, उनके साथ मुझे जीवन की संपूर्णता का बोध होता है।

नई शराब नीति आने में लग सकता है एक सप्ताह का समय

अयोध्या नगर स्थित मां दुर्गा पंचमुखी हनुमान भोलेनाथ मंदिर में बीते 28 जनवरी से शराब नीति में बदलाव को लेकर धरने पर बैठी पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने स्थगित कर दिया। बता दें कि 31 जनवरी को मप्र में नई शराब नीति लागू होने वाली थी, लेकिन इसे आगे बढ़ा दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि नई शराब नीति आने में अभी एक सप्ताह का समय लग सकता है।गौरतलब है कि शनिवार दोपहर दो बजे से उमा भारती अयोध्या नगर स्थित मंदिर में शराब नीति में परिवर्तन को लेकर धरने पर बैठी थीं। संभावना थी कि 31 जनवरी को नई शराब नीति लागू की जाएगी। ऐसे में उमा भारती ने कहा था कि यदि शराब नीति में उनके अनुसार बदलाव नहीं होता तो इसका असर भाजपा को भारी पड़ेगा। हालांकि, बाद में उन्होंने ट्वीट कर बताया कि वो मंदिर में धरना नहीं दे रही हैं, बल्कि उनका तीन दिनी प्रवास है।

धार्मिक स्थलों से 500 मीटर की परिधि में नहीं खुलेंगी शराब की दुकानें

प्रदेश सरकार ने वर्ष 2023-24 के लिए आबकारी नीति का प्रारूप तैयार कर लिया है। इसमें धार्मिक स्थलों से 500 मीटर की परिधि में शराब दुकान नहीं खोला जाना प्रस्तावित किया गया है। साथ ही नशामुक्त अभियान को गति देने के लिए जन जागरूकता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर शासन के विभिन्न विभाग काम करेंगे। कोई भी नई दुकान प्रदेश में नहीं खोली जाएगी। अहातों के संचालन में नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराया जाएगा। सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीता पाए जाने पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। शराब दुकानें का नवीनीकरण दस प्रतिशत अधिक शुल्क के साथ किया जाना प्रस्तावित किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ बैठक के बाद नई आबकारी नीति को जल्दी अंतिम रूप दिया जाएगा।