भोपाल । मध्यप्रदेश में बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और तेज आंधी का दौर फिलहाल जारी रहेगा। हालांकि बुधवार को बारिश और ओलों से थोड़ी राहत रही। भोपाल समेत दूसरे क्षेत्रों में बादल जरूर छाए रहे। कहीं-कहीं बूंदाबांदी हुई। अब नया सिस्टम एक्टिव हो गया है, जो 26 मार्च तक बना रहेगा। इससे प्रदेश के कई जिलों में फिर ओले गिरेंगे, तो 40 से 60 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से आंधी चलेगी। मार्च महीने में यह तीसरा सिस्टम है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें, तो मार्च में एक-दो बार ही वेदर डिस्टर्बेंस होता है, लेकिन इस बार 3 बार मौसम बदला है।
तीसरी बार बदले मौसम का असर प्रदेशभर में देखने को मिलेगा। भोपाल, ग्वालियर, दतिया, नर्मदापुरम जिलों के साथ जबलपुर, शहडोल, चंबल संभाग में ओलावृष्टि भी हो सकती है। बाकी जगह हल्की बारिश, आकाशीय बिजली चमकने-गिरने और तेज आंधी चलने के आसार हैं। 25 और 26 मार्च को लगभग प्रदेश में ही मौसम का यह मिजाज रहेगा।

इसलिए बदला मौसम
मौसम वैज्ञानिक नरेंद्र मेश्राम ने बताया कि राजस्थान के ऊपर एक चक्रवात बना है। वहीं, श्रीलंका से नॉर्थ मध्यप्रदेश की तरफ ट्रफ लाइन आ गई है। हालांकि, यह पिछले दो सिस्टम जितनी स्ट्रॉन्ग तो नहीं है, लेकिन इसका असर प्रदेशभर में रहेगा। वेदर डिस्टर्बेंस का 24 मार्च से ज्यादा असर दिखेगा। इसके पहले मौसम साफ रहने की संभावना है। 24 मार्च को नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और बालाघाट जिले में गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गरजने की संभावना रहेगी। 25 मार्च को भोपाल, सीहोर, रायसेन और विदिशा में बादल छाए रहेंगे। वहीं, बिजली गिर भी सकती है। वहीं, चंबल संभाग के साथ ग्वालियर-दतिया जिलों में कहीं-कहीं, शहडोल-जबलपुर संभाग के सभी जिलों में ओले गिर सकते हैं। इस दौरान 40 से 50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है। 26 मार्च को भोपाल संभाग के जिलों और नर्मदापुरम में ओलावृष्टि के आसार है। आकाशीय बिजली भी गिर सकती है। रीवा, सागर, चंबल संभाग के साथ ग्वालियर-दतिया में तेज आंधी के साथ बारिश होने की संभावना। शहडोल-जबलपुर संभाग में ओलावृष्टि के साथ तेज आंधी चलेगी। आंधी की रफ्तार 40 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटा रहने की संभावना है।