इंदौर के उम्रदराज मतदाता और दिव्यांग वोटरों को निर्वाचन आयोग से अपने घर से पोस्टल बैलेट के जरिए वोट डालने की सुविधा दी है। इंदौर लोकसभा क्षेत्र में इस श्रेणी में 25 हजार से ज्यादा वोटर है, लेकिन वर्क फ्राॅम होम के लिए 3,126 लोगों ने ही सहमति दी। इनमें 2630 वरिष्ठ नागरिक और 496 दिव्यांगजन है। ज्यादातर उम्रदराज वोटरों ने भी मतदान केंद्र तक जाकर वोट करने की इच्छा जताई है।

वोट फ्राॅम होम इंदौर में तीन दिनों तक चलेगा। अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में पोलिंग पार्टियां जाकर पोस्टर बैलेट से वोट डलवाएगी। विधानसभा चुनाव में भी कई वरिष्ठजनों ने वोट डाले थे।

वरिष्ठजनों को मतदान केंद्रों पर कतार में नहीं लगना होगा

संभागायुक्त दीपक सिंह ने बताया कि इंदौर संभाग में 85 साल से ज्यादा उम्र के कई वोटरों ने मतदान केंद्रों पर जाकर वोटिंग करने की इच्छा जताई है। इनमें कई दिव्यांगजन भी शामिल है। निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार पीठासीन अधिकारियों को कहा गया है कि वरिष्ठ नागरिकों को कतार में न खड़े रहने दे। उनसे प्राथमिकता से मतदान कराए।

संभागायुक्त ने कहा कि झाबुआ, आलीराजपुर, जोबट जैसे जिलों में कई मतदाता दूसरे राज्यों में रोजगार के लिए जाते है। दूसरे राज्यों के उन उद्योगों को भी हमने मतदान के लिए अवकाश देने के लिए कहा है, ताकि मतदाता अपने गृह क्षेत्रों में आकर वोट डाल सके। आईजी अनुराग ने बताया कि पूरे संभाग में सात हजार से ज्यादा मतदान केंद्र है। उनमें छह प्रतिशत संवेदनशील केंद्र है। वहां पर सीअारपीएफ के जवान तैनात रहेंग। पूरे संभाग में चुनाव के लिए 17 हजार पुलिस जवान तैनात रहेंगे।