भोपाल । मप्र राज्य सेवा परीक्षा-2022 का परिणाम चार दिन में जारी होने वाले हैं।  वर्तमान में इस परीक्षा के लिए पदों की संख्या में नहीं बढाई जाएगी। मप्र लोकसेवा आयोग ने पूर्व घोषित 457 पदों को दो भागों में बांट दिया है।  मुख्य सूची में सिर्फ 405 पदों का रिजल्ट ही जारी किया जाएगा। मालूम हो कि मप्र लोकसेवा आयोग  द्वारा आयोजित इस परीक्षा में दो प्रश्नों पर राजनीतिक बखेड़ा भी हो चुका है। 21 मई को आयोजित परीक्षा में ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ और ‘राज्य निर्वाचन आयोग की तारीख’ पर प्रश्न पूछे गए थे। बाद में दोनों प्रश्न डिलीट कर दिए गए।राज्यसेवा परीक्षा-2022 की अंतिम उत्तरकुंजी 12 जून को ही जारी कर दी गई थी। इस आधार पर मूल्यांकन होकर परिणाम अब तक जारी हो जाना था। प्रश्नों पर विवाद और रिजल्ट में हो रही देरी के बाद अभ्यर्थियों को उम्मीद थी कि शासन परीक्षा में पदों की संख्या बढ़ा सकता है। दरअसल, चुनावी मौसम में सरकार तमाम मोर्चों पर राहत देने लगी है। पीएससी ने राज्यसेवा में घोषित 457 पदों को ओबीसी आरक्षण के लंबित विवाद के चलते दो भागों में बांट दिया था। 405 पदों को मुख्य सूची में जबकि 52 पदों को प्रावधिक सूची में रख दिया। ऐसे में 52 पदों पर नियुक्ति कोर्ट से आरक्षण विवाद पर अंतिम निर्णय नहीं आने तक नहीं हो सकेगी। इसके चलते अभ्यर्थियों को उम्मीद थी कि सरकार परीक्षा में पदों की संख्या बढ़ा सकती है, ताकि प्रावधिक सूची में गए पदों की भरपाई हो सके। इस पर पीएससी ने स्पष्ट कर दिया है कि फिलहाल पद बढ़ाने को लेकर शासन की ओर से किसी तरह का कोई प्रस्ताव आयोग को नहीं मिला है। परीक्षा के नतीजे लगभग तैयार हैं। स्क्रूटनी का अंतिम दौर पूरा होते ही परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। इस बारे में एमपी पीएससी के ओएसडी रविंद्र पंचभाई का कहना है कि राज्यसेवा-2022 प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट चार दिन में जारी होने की संभावना है। शल्य क्रिया विशेषज्ञ के इंटरव्यू पूर्ण हो चुके हैं। उसका परिणाम भी दो-चार दिनों में आने की उम्मीद है। इसके बाद राज्यवन सेवा परीक्षा-2020 का अंतिम परिणाम भी जारी कर दिया जाएगा।